उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा जिसमें एक बच्ची पुलिस की जीप पर सिर टकराकर रो रही है, लेकिन पुलिसवाले उसकी सुनने को तैयार नहीं हैं। वह पहले तो पिता के खिलाफ कार्रवाई न करने की गुहार लगाती है, फिर सिर पटक-पटककर रोती है लेकिन पुलिस को उस पर जरा भी दया नहीं आई। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद दुकानदार को पुलिस ने छोड़ दिया है। इसके साथ योगी ने पटाखा विक्रेता के घर में वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों दिवाली की मिठाई भिजवाई है।
यह घटना शुक्रवार के उस समय की है, जब उत्तर प्रदेश सरकार अयोध्या में दिए जलाने का कीर्तिमान रचने में व्यस्त थी। इस घटना का वीडियो देखकर लोगों का गुस्सा भडक़ उठा। सोशल मीडिया पर लोगों ने वीडियो शेयर करते हुए सरकार पर हमला बोला। वे सरकार पर आरोप लगा रहे हैं कि पहले पटाखों के लिए लाइसेंस जारी किया जाता है, उसके बाद जब विक्रेता अपनी सारी जमा पूंजी लगाकर पटाखे खरीद लेते हैं तो बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है।
वीडियो में साफ दिख रहा है कि कैसे पुलिस ने उनकी दुकान पर पुलिस ने छापा मारा और पुलिस पटाखा कारोबारी से हाथापाई कर उसे हिरासत में लेती नजर आ रही है। वहीं, कारोबारी की मासूम बेटी लगातार पुलिस के आगे गिड़गिड़ाती व गाड़ी पर सिर पटकती दिखाई दे रही है।
दरअसल पुलिस को सूचना मिली थी कि यहां पटाखों की बिक्री हो रही है, जिसके बाद कार्रवाई करने गई टीम के साथ दुकानदारों की नोकझोंक हो गई। एक दुकानदार को पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
इस मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद संज्ञान लिया है। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद दुकानदार को पुलिस ने छोड़ दिया है। इसके साथ योगी ने पटाखा विक्रेता के घर में वरिष्ठ अधिकारियों के हाथों दिवाली की मिठाई भिजवाई। उन्होंने आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया है। वहीं मामले में एसएसपी ने संज्ञान लेते हुए पुलिसकर्मी को लाइन हाजिर किया है।
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वहीं अनुविभागीय दंडाधिकारी ने कहा कि हम नहीं चाहते थे कि बच्ची के मन में पुलिस के प्रति आक्रोश की भावना पैदा हो। इसलिए हमने उनके साथ दिवाली मनाई। हम यह संदेश भी देना चाहते हैं कि दिवाली सिर्फ पटाखे फोड़ने से नहीं होती, बल्कि परिवार के साथ मिलजुलकर मनाई जाती है।