राजस्थान में सत्तारूढ़ दल कांग्रेस के विधायकों और अधिकारियों के बीच मतभेद सार्वजनिक होते जा रहे हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के सलाहकार रामकेश मीणा को जयपुर विधुत वितरण निगम के सहायक अभियन्ता (जेईएन ) ने मोबाइल पर गालियां दी और बोला तू विधायक पांच साल का है, मैं अधिकारी 60 साल का हूं। तू मेरा बाल भी बांका नहीं कर सकता। मैं नौकरी करूंगा और तुझे परेशान करता रहूंगा, तेरे जैसे कई विधायक देखे हैं मैने। मुख्यमंत्री के सलाहकार को मोबाइल पर गालियां देने वाले जेईएन को निलम्बित कर दिया गया है। मीणा निर्दलीय विधायक हैं। वह सरकार को समर्थन दे रहे हैं तो गहलोत ने उन्हे अपना सलाहकार बनाया है।
यह है मामला
करौली जिले के वजीरपुर में मीणा ने 6 मार्च को जनसुनवाई की थी। इस दौरान ग्रामीणों ने मीणा से जेईएन भागचन्द की शिकायत करते हुए कहा कि वह दफ्तर में नहीं बैठता है। वह ग्रामीणों से अभद्रता करता है। इस पर उन्होंने उर्जा सचिव से बात कर जेईएन को वहां से हटाने के लिए कहा। जेईएन को जब इस बात की जानकारी मिली तो उसने 7 मार्च को मीणा को मोबाइल पर फोन किया और शिकायत के बारे में पूछा। विधायक ने जब उससे कहा कि ग्रामीणों की शिकायत पर उनका तबादला वजीरपुर से किया जाएगा। इस पर जेईएन नाराज हो गया और उसने मीणा को गालियां देना शुरू कर दिया। मीणा ने भी जेईएन को देख लेने की धमकी दी।
जेईएन ने मीणा से कहा, तू तो विधायक पांच साल का है, मैं अधिकारी 60 साल का हूं, तू मेरा कुछ भी नहीं बिगाड़ सकेगा। मैं तुझे परेशान करूंगा, चुनाव में भी विरोधियों का साथ दूंगा। मीणा और जेईएन के बीच हुए विवाद का आडियो दो दिन से इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। आडियो वायरल होने के बाद जयपुर विधुत वितरण निगम के महाप्रबन्धक अजीत कुमार सक्सेना ने जेईएन को निलम्बित कर दिया। गंगापुर सिटी पुलिस थाने में ग्रामीणों ने जेईएन के खिलाफ शिकायत भी दी है।
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उल्लेखनीय है कि पिछले सप्ताह कांग्रेस के विधायक राजेन्द्र विधुड़ी का एक आडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुआ था, जिसमें वह थाना अधिकारी को गालियां दे रहे थे। इससे पहले सीएम के सलहाकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा का भी अधिकारियों के साथ विवाद को चुका है।