हैदराबाद के बहुचर्चित दिशा रेप केस के आरोपियों का एनकाउंटर फर्जी था। यह खुलासा मामले की जांच कर रही सिरपुरकर कमीशन की रिपोर्ट से हुआ है। जानकारी के मुताबिक सिरपुरकर कमीशन ने सुप्रीम कोर्ट में जांच रिपोर्ट दाखिल कर दी है। रिपोर्ट से यह संकेत मिल रहा है कि दिशा रेप केस में कथित चारों आरोपियों का फर्जी एनकाउंटर किया गया था। रिपोर्ट मिलने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने तेलंगाना हाईकोर्ट से एक्शन लेने के लिए कहा है।
पुलिस की थ्योरी का कोई सबूत नहीं मिला
जानकारी के मुताबिक रिपोर्ट में कहा गया है कि पुलिस ने जो कहा था चारों आरोपियों ने पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की थी, पुलिस की थ्योरी पर यक़ीन नहीं किया जा सकता और इसका कोई सबूत भी नहीं मिला है। आपको बता दें कि वर्ष 2019 में दिशा रेप केस के आरोपियों का एनकाउंटर एनएच 44 पर उस वक्त हुआ था जब पुलिस इन आरोपियों के साथ क्राइम सीन रीकंस्ट्रक्ट कर रही थी। पुलिस का कहना था कि आरोपियों ने सीन रिकंस्ट्रक्ट के दौरान पुलिसकर्मियों से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की थी। इसी दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में चारों आरोपी मारे गए ।
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कानून मंत्री ने बताया था भगवान का न्याय
इन चारों आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने पर तेलंगाना के तत्कालीन कानून मंत्री इंद्रकरण रेड्डी ने इसे भगवान का न्याय बताया था। उन्होंने इस एनकाउंटर के लिए राज्य पुलिस की पीठ थपथपाई थी और कहा था कि आरोपियों ने भागने की कोशिश की थी इसलिए पुलिस ने उन्हें मुठभेड़ में मार गिराया। आपको बता दें कि हैदराबाद में वेटेनरी डॉक्टर दिशा के साथ चार आरोपियों ने गैंगरेप किया था और बाद में जलाकर उसकी हत्या कर दी थी। इन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया था। बाद में चारों आरोपियों के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर सामने आई थी।