सुप्रीम कोर्ट पहुंचा जहांगीरपुरी हिंसा का मामला, वकील ने पत्र लिखकर की ये मांग

दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा मामले में पुलिस जांच कर रही है। जहांगीरपुरी हिंसा मामले में पुलिस अब जहांगीर पुरी और इसके आसपास के थाना इलाको के अपराधियों की लिस्ट खंगाल रही है और जो पुलिस को अब तक 150 फुटेज मिली है उनमें से आरोपियों की पहचान करने के लिए एफआरएस यानी फेशियल रिकॉग्निशन सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है।

इस बीच, जहांगीरपुरी हिंसा का मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। दिल्ली के वकील अमृत पाल सिंह खालसा ने चीफ जस्टिस ऑफ इंडिया (CJI) को एक पत्र लिखकर पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। वकील ने जहांगीरपुरी हिंसा मामले में सुप्रीम कोर्ट से स्वत: संज्ञान लेने का भी अनुरोध किया है।

पुलिस कर रही है पूछताछ-

अभी तक करीब 100 लोगों से दिल्ली पुलिस पूछताछ कर चुकी है। अभी 21 गिरफ्तारी के साथ-साथ 15 अन्य लोगों को भी हिरासत में ले रखा है जिनसे लगातार पूछताछ कर रही है। गौरतलब है कि दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने आज मामले की सुनवाई के बाद आरोपी अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस कस्टिडी में भेजा है।

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इसके अलावा 14 अन्य अरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, इस केस में जबकि 20 लोग गिफ्तार हो चुके हैं। दिल्ली पुलिस ने कोर्ट में कहा कि अंसार और असलम को 15 तारीख को ही पता लग गया था कि इलाके से एक यात्रा निकलने वाली है, जिसके बाद इन लोगों ने इस घटना की साजिश रची थी।