गोपेश्वर। सीमावर्ती गांव को जोड़ने वाली जोशीमठ-नीतीघाटी मोटर रोड 11 दिनों से तमक नाले के पास पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन के कारण बंद पड़ी है जिससे इस घाटी में रहने वाले दर्जनों गांव के ग्रामीण फंसे हुए हैं। उन्हें निकालने के लिए शनिवार को ग्रामीणों ने उप जिलाधिकारी जोशीमठ के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज कर हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की मांग की है।
विगत 11 अगस्त को जोशीमठ-नीती-बडाहोती मोटर मार्ग तमक नाले के पास पहाड़ी के दरकने के कारण बंद हो गया था। यहां पर पिछले 11 दिनों से पहाड़ी के बार-बार दरकने का सिलसिला जारी है। इससे सड़क मार्ग खुल नहीं पा रहा है। ऐसे में तमक से ऊपर के दर्जन भर से अधिक गांव के ग्रामीण गांव में ही फंस कर रह गये हैं। इनके सामने अब खाद्यान्न का संकट भी पैदा होने वाला है। कुछ लोग तो ऐसे है जो नीती घाटी में 15 अगस्त पर होने वाले आयोजन के लिए यहां पहुंचे थे। वे लोग भी यहीं फंस गये हैं। हालांकि बीआरओ, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, प्रशासन लोगों को बाहर निकाले की हर संभव प्रयास कर रहा है लेकिन विकट परिस्थिति होने के कारण सड़क मार्ग नहीं खुल पा रहा है।
ग्रामीणों की स्थिति को देखते हुए शनिवार को पूर्व काबीना मंत्री राजेंद्र सिंह भंडारी और ग्रामीण उप जिलाधिकारी जोशीमठ से मिले और मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेज घाटी में फंसे हुए लोगों को बाहर निकालने के लिए हेलीकाप्टर सेवा शुरू करने की मांग की है। इस मौके पर कमल रतूडी, डा. बीएस रावत, सोबन सिंह राणा, लक्ष्मण सिंह, लक्ष्मण सिंह बुटोला, मान सिंह राणा आदि मौजूद थे।