पिछले साल लगे लॉकडाउन के बाद से सोनू सूद कई लोगों के लिए मसीहा बन गए हैं। लॉकडाउन में बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद ने प्रवासी मजदूरों की खूब मदद की थी। इसके बाद से सोनू सूद चर्चा में आ गए, और इस साल भी वो लोगों की खूब मदद कर रहे हैं।
भारत रत्न देने की मांग
बता दें सोनू सूद के काम को देखते हुए कई लोगों ने उन्हें भारत रत्न देने की मांग की, तो कई लोग ऐसे भी हैं जो सोनू सूद को देश के प्रधानमंत्री की कुर्सी पर देखना चाहते हैं। ऐसे लोगों में एक्ट्रेस हुमा कुरैशी भी शामिल हैं।
ये थोड़ा ज्यादा हो गया- सोनू
हुमा कुरैशी की इस बात पर सोनू ने भी अपने दिल की बात कही। पीएम बनने की बात पर उन्होंने कहा कि ये थोड़ा ज्यादा हो गया। अगर उन्हें लगता है कि मैं इस सम्मान के लायक हूं, तो मैं कहना चाहता हूं उसके लिए मुझे कुछ अच्छा करना होगा। हालांकि मैं उनसे सहमत नहीं हूं, मुझे लगता है कि हमारे पास काफी काबिल प्रधानमंत्री हैं।
‘राजनीति में आने से विरोधी भी परेशान हो जाएंगे’
सोनू सूद ने कहा कि उनके राजनीति में आने से विरोधी भी परेशान हो जाएंगे। ऐसे बहुत से लोग हैं जो मेरे राजनीति में आने और मेरा काम करना पसंद नहीं करेंगे। मैंने उन्हें परेशान नहीं करना चाहता। मेरे लिए जरूरी है कि मैं केवल अपना काम करूं।
राजनीति में ना जाने की वजह एज फैक्टर !
सोनू से जब पूछा कि क्या राजनीति में ना जाने की वजह एज फैक्टर है। तो उन्होंने कहा मुझे लगता है कि ऐसी जिम्मेदारी उठाने के लिए मेरी उम्र काफी कम है। हां मुझे पता है कि राजीव गांधी केवल 40 साल की उम्र में प्रधानमंत्री बन गए थे। मगर वो अलग परिस्थितियां थी, वह बेहद सम्मानित राजनीतिक परिवार से संबंधित थे। जबकि मेरे पास कोई एक्सपीरियंस नहीं है।