लखनऊ के हसनगंज थानाक्षेत्र में रहने वाले एक परिवार के घर में उस वक्त कोहराम मच गया, जब परिजनों को घर के सदस्य का शव प्राप्त होने की जानकारी प्राप्त हुई। यह वही सदस्य था, परिजन जिसको पिछले 10 दिन से तलाश रही थी। बहरहाल, बुरी तरह से क्षत-विक्षत हो चुके इस शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस का कहना है कि इस मामले में अभी किसी तरह की कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, हसनगंज थानाक्षेत्र में रहने वाले 30 वर्षीय शेर खान पिछले 10 दिन से लापता थे। परिजनों ने थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी।
सोमवार देर रात कुछ स्थानीय लोगों को कुकरैल जंगल में एक क्षत-विक्षत शव दिखा, जिसकी सूचना पुलिस को दी गई। लगभग कंकाल के रूप में तब्दील हो चुके इस शव की पहचान चेहरे से कर पाना मुश्किल था। शव के पास से प्राप्त आधार कार्ड से शव की पहचान हुई, इसी पहचान पत्र के आधार पर पुलिस ने मृतक के परिजनों को इसकी सूचना दी।
मृतक के भाई ने बताया कि पिछले 14 सितम्बर को शेर खान किसी काम से घर से निकला था। लेकिन देर रात तक जब वह घर नहीं लौटा, तो परिजनों ने उसकी तलाश शुरू कर दी। दो दिन तक तलाश करने के बाद भी जब उसका कोई सुराग नहीं मिला, तो 16 सितंबर को शेर खान के भाई एजाज ने हसनगंज थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। लेकिन गुमशुदगी दर्ज होने के बावजूद, पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की, जिससे परिजनों में आक्रोश है।
पुलिस का कहना है कि शव को देखकर मौत की वजह का पता नहीं चल सका है। मृतक के शव को पोस्टमार्टम केलिए भेज दिया गया है। रिपोर्ट प्राप्त होने के बाद ही कुछ बताया जा सकता है। पुलिस ने बताया कि अभी मृतक के परिजनों की ओर से किसी भी प्रकार की शिकायत दर्ज नहीं कराई गई है।