नई दिल्ली। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने हाल ही में एक न्यूज चैनल पर दिए गए अपने विवादित बयान के लिए पूर्वांचल के लोगों से माफी मांग ली है। पूनावाला ने शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक वीडियो संदेश जारी कर कहा, मैं अपने सभी पूर्वांचली भाई-बहनों से हाथ जोड़कर माफी मांगना चाहता हूं। यदि मेरे शब्दों से किसी को दुख हुआ या पीड़ा पहुंची हो, तो मैं क्षमा प्रार्थी हूं। मैं कोई सफाई नहीं देना चाहता। पूर्वांचल के लोगों के साथ मेरा गहरा संबंध है, जो प्यार, स्नेह और सम्मान पर आधारित है।
दरअसल, एक टेलीविजन चैनल पर बहस के दौरान शहजाद पूनावाला ने आम आदमी पार्टी के विधायक ऋतुराज झा के सरनेम का मजाक उड़ाया था। इस टिप्पणी को लेकर आम आदमी पार्टी (आप) और अन्य राजनीतिक दलों ने कड़ी नाराजगी जताई थी। आप ने इसे पूर्वांचलियों का अपमान बताया और भाजपा पर पूर्वांचल के लोगों के प्रति अपमानजनक रवैया अपनाने का आरोप लगाया। आप के सांसद संजय सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा,भाजपा प्रवक्ता का यह बयान न केवल आप विधायक का, बल्कि पूरे पूर्वांचल के लोगों का अपमान है।
भाजपा को इसके लिए शर्म आनी चाहिए। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी इस मामले पर शहजाद पूनावाला की आलोचना की और उनसे माफी मांगने की मांग की थी। तिवारी ने कहा, पूर्वांचल के लोग देश के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ऐसे बयान अस्वीकार्य हैं।जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने भी इस घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी। जदयू प्रवक्ता राजीव रंजन प्रसाद ने कहा, शहजाद पूनावाला ने पूर्वांचल के लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है। उनकी टिप्पणियों से गहरी नाराजगी है। भाजपा को इस पर माफी मांगनी चाहिए और पूनावाला के खिलाफ उचित कार्रवाई करनी चाहिए।
किराड़ी विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के विधायक ऋतुराज झा, जो मैथिल ब्राह्मण समुदाय से आते हैं, ने इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, भाजपा प्रवक्ता ने केवल मेरा नहीं, बल्कि पूरे पूर्वांचल के लोगों का अपमान किया है। पूर्वांचल के लोग अपने स्वाभिमान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं करेंगे और आगामी चुनावों में इसका करारा जवाब देंगे। इस विवाद ने भाजपा और विपक्षी दलों के बीच राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। जहां एक ओर भाजपा के कुछ नेताओं ने पूनावाला के बयान से दूरी बनानी शुरू कर दी है, वहीं विपक्षी दल इसे चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में हैं। पूर्वांचल के लोगों की नाराजगी को देखते हुए शहजाद पूनावाला ने माफी मांगकर विवाद को शांत करने की कोशिश की है। अब देखना होगा कि यह मामला राजनीतिक रूप से कितना असर डालता है।