छात्र संगठनों के बंद को देख पुलिस सतर्क, कांग्रेस नेताओं के घर पर पहरा

 रेलवे एनटीपीसी सीबीटी वन के रिजल्ट व ग्रुप डी परीक्षा में किए गए बदलाव को लेकर छात्र संगठनों ने शुक्रवार को बिहार बंद का आह्वान किया है। सोशल मीडिया में आंदोलन का एक पोस्टर वायरल होने के बाद वाराणसी में भी छात्र संगठनों के समर्थन में राजनीतिक दलों के उतरने की संभावना को देख पुलिस अलर्ट है। रेलवे स्टेशन और आस-पास रेलवे ट्रैक पर अतिरिक्त चौकसी बरती जा रही है। शहर में कांग्रेस के बड़े नेताओं के घर पर पुलिस का पहरा भी बैठा दिया गया है।

पार्टी के वरिष्ठ नेता पूर्व मंत्री अजय राय को उनके महामंडल नगर लहुराबीर स्थित आवास पर सुबह रोक पुलिस पुलिस अफसरों ने उन्हें बताया कि आपकी जान को खतरा है। इस पर पूर्व मंत्री अजय राय और अन्य नेताओं ने कड़ी नाराजगी जताई तो कहा गया कि किसी को कहीं आने-जाने से नहीं रोका गया है। सुरक्षा कारणों से एहतियातन साथ में फोर्स लगाई गई है।

पूर्व मंत्री अजय राय ने कहा कि यदि पुलिस हमारे लिए इतनी ही चिंतित है तो हमारे सरकारी गनर क्यों हटाए गए। हमें सुरक्षा क्यों नहीं दी गई। उन्होंने आरोप लगाया कि हमारे चुनाव को प्रभावित करने के लिए भाजपा के इशारे पर ये सब हो रहा है। दोपहर बाद अजय राय पिंडरा विधानसभा क्षेत्र में प्रचार के निकल गए। इस दौरान उनके साथ पुलिस बल भी रही।

पिंडरा विधानसभा से अजय राय कांग्रेस के अधिकृत प्रत्याशी है। इस संबंध में कांग्रेस के महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे ने बताया कि पार्टी के कई नेताओं और सक्रिय कार्यकर्ताओं के घर पर पुलिस ने पहरा बैठाया है। मैं खुद पुलिस के पहरे में मैदागिन स्थित पार्टी कार्यालय आया हूं, क्योंकि आज हमारी पार्टी के नेता विजेंदर सिंह की पत्रकार वार्ता भी है।

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चौबे ने आरोप लगाया कि पार्टी के जिलाध्यक्ष, यूथ कांग्रेस और एनएसयूआई के पदाधिकारियों के घर पर भी पुलिस बैठी हुई है और उन्हें कहीं आने-जाने नहीं दे रही है। उधर, पुलिस अफसरों का कहना है कि पुलिस पूर्व मंत्री अजय राय की सुरक्षा को लेकर उनसे बात करने गई थी। कैसे उन्हें चुनावों के दौरान सुरक्षा प्रदान की जाए। हाउस अरेस्ट जैसी बात के आरोप गलत है। उनकी सुरक्षा की दुष्टि से सतर्कता बरती जा रहे हैं।