शिवसेना नेता संजय राउत ने शुक्रवार को कहा कि ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ लोकतंत्र को नष्ट करने की भाजपा की चाल है और पार्टी अपने ‘स्वार्थी’ उद्देश्य के लिए इस विधेयक को आगे बढ़ा रही है।
‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विधेयक को मंत्रिमंडल ने गुरूवार को दी थी हरी झंडी
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने गुरुवार को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं के चुनाव एक साथ कराने की अवधारणा को लागू करने के लिए संविधान संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी।
प्रस्तावित संविधान संशोधन विधेयक लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव एक साथ कराने का प्रावधान करेगा। संवाददाताओं से बातचीत में राउत ने आरोप लगाया कि भाजपा अपने स्वार्थी उद्देश्य के लिए एक राष्ट्र, एक चुनाव को आगे बढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र, एक चुनाव लोकतंत्र को पूरी तरह नष्ट करने की चाल है।
पूरे देश में एक साथ चुनाव कराए जाने पर उठाए सवाल
इस बात का उल्लेख करते हुए कि भारत में संघीय राज्य प्रणाली है, संजय राउत ने सवाल किया कि देश में एक साथ चुनाव कैसे कराए जा सकते हैं, क्योंकि हर राज्य में सामाजिक और भौगोलिक पहलू अलग-अलग हैं। उन्होंने कहा कि राज्य और राष्ट्र से संबंधित मुद्दे अलग-अलग हैं और लोगों को उसी के अनुसार वोट करना होगा।
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राउत ने राज्य सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि आपने अभी तक बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) के चुनाव नहीं कराए हैं। हार के डर से आपने नगर निकाय चुनाव नहीं कराए। उन्होंने आगे कहा कि इतिहास ने संविधान और संघीय ढांचे पर हमला करने वालों को कभी माफ नहीं किया है।
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