विपक्षी दल इंडिया ब्लॉक ने मंगलवार को राज्यसभा के सभापति धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का नोटिस दिया। सूत्रों के अनुसार, प्रस्ताव पर 71 सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं। तृणमूल और समाजवादी पार्टी सहित सभी इंडिया ब्लॉक पार्टियों ने इस पर हस्ताक्षर किए हैं। ये दोनों दल जाहिर तौर पर अडानी मुद्दे पर कांग्रेस से दूरी बनाए हुए हैं और संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन में भाग नहीं ले रहे हैं।
हालांकि, तकनीकी रूप से इस सत्र में प्रस्ताव को मंजूरी मिलना संभव नहीं है क्योंकि इसके लिए 14 दिन का नोटिस चाहिए और शीतकालीन सत्र समाप्त होने में केवल 8 दिन बचे हैं।
सभापति धनखड़ लगातार लगाते रहे हैं विपक्षी दलों के सांसदों को फटकार
सभापति धनखड़ लगातार विपक्षी ब्लॉक नेताओं को राज्यसभा में उनके आचरण और लगातार व्यवधान के साथ सदन को चलने नहीं देने के लिए फटकार लगाते रहे हैं।
इस बीच, मंगलवार को कई विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में अडानी मुद्दे पर प्रदर्शन किया। वे काले रंग के ‘झोले’ लेकर आए, जिन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अरबपति गौतम अडानी के कार्टून छपे थे और उनके आगे की तरफ ‘मोदी अडानी भाई भाई’ लिखा था। यह सुबह संसद की बैठक से पहले कांग्रेस के नेतृत्व में असामान्य विरोध प्रदर्शनों की श्रृंखला में नवीनतम है।
सांसदों ने काले रंग के झोले लेकर किया विरोध प्रदर्शन
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, कांग्रेस, डीएमके, जेएमएम, लेफ्ट के सांसदों समेत अन्य ने मकर द्वार की सीढ़ियों के सामने विरोध प्रदर्शन किया। वे काले रंग के झोले लेकर चल रहे थे, जिस पर एक तरफ मोदी और अडानी के कैरिकेचर छपे थे और बैग के आगे की तरफ मोदी अडानी भाई भाई लिखा हुआ था।
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उन्होंने मोदी और अडानी के बीच कथित मिलीभगत के खिलाफ नारे लगाए और मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग की।