एनसीपी चीफ शरद पवार पेट दर्द की शिकायत के बाद रविवार देर शाम मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में एडमिट किए गए थे, हालांकि जांच के बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई है। एनसीपी नेता नवाब मालिक ने ट्वीट कर शरद पवार की तबियत बिगड़ने की जानकारी दी है। उन्हें 31 मार्च को फिर से एडमिट किया जाएगा और एक सर्जरी भी की जाएगी।
नवाब मालिक ने ट्वीट किया- एनसीपी चीफ शरद पवार की रविवार देर शाम तबियत बिगड़ गयी थी जिसके बाद उन्हें चेकअप के लिए ब्रीच कैंडी अस्पताल ले जाया गया था। हेल्थ चेकअप के बाद पता चला है कि उन्हें गॉल ब्लैडर में कुछ दिक्कत है। वे पहले से ही ब्लड थिनर दवाएं ले रहे थे जो कि फिलहाल इस मामले के सामने आने के बाद बंद कर दी गई हैं। आने वाले 31 मार्च को उनकी एंडोस्कोपी और सर्जरी की जाएगी। शरद पवार के सभी सार्वजनिक कार्यक्रम अगली सूचना तक के लिए स्थगित हैं। बता दें कि दिल की बीमारी वाले लोगों को जिंदगी भर ब्लड थिनर दवाओं का इस्तेमाल करना पड़ता है।
कैंसर से जीती है जंग
गौरतलब है कि एग्रीकल्चर मिनिस्टर रहे शरद पवार ने कैंसर के खिलाफ भी जिंदगी की जंग जीती है। साल 2004 के लोकसभा चुनावों के दौरान उन्हें कैंसर का पता चला था। वे इलाज के लिए अमेरिका गए थे हालांकि उन्हें भारत के ही कुछ जानकार डॉक्टर्स से इलाज कराने की सलाह देकर वापस भेज दिया गया था। केंद्रीय मंत्री रहने के दौरान उन्होंने 36 बार रेडिएशन का ट्रीटमेंट लिया था।
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जानकारी के मुताबिक सुबह 9 से 2 बजे तक शरद पवार मंत्रालय में रहते थे और 2.30 बजे अपोलो हॉस्पिटल में कीमोथेरेपी लेते थे। एक वक़्त पर डॉक्टर्स ने हार मन ली थी और कह दिया था कि उनके पास सिर्फ 6 महीने का वक़्त बचा है। शरद पवार अक्सर लोगों को तंबाकू न खाने की सलाह भी देते हैं क्योंकि इसी से सबसे ज्यादा कैंसर होने की आशंका रहती है।