तुर्की और सीरिया में आए भीषण भूकंप के बाद मौत का आंकड़ा 28000 को पार कर गया है. अकेले तुर्की में 24,500 से ज्यादा की मौत हो चुकी है जबकि सीरिया में मृतकों की संख्या 3500 के ऊपर पहुंच गई है. रिपोर्ट के मुताबिक मौत का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है. मगर इससे इतर चमत्कारिक रूप से भूकंप के सैकड़ों घंटों बाद लोगों के जिंदा बचने के मामले में भी देखने को मिल रहे हैं. अभी एक ऐसा ही चमत्कार देखने को मिला जब करीब 128 घंटे बाद एक दो महीने की बच्चे को मलबे से सुरक्षित निकाला गया.
इसी तरह गंजियातेप प्रांत में भूकंप से बुरी तरह प्रभावित नूरदगी में मलबे से मां-बेटी हवा और फातमागुल असलान को सबसे पहले निकाला गया. रेस्क्यू टीम ने बाद में लड़की के पिता हसन असलान तक पहुंची, लेकिन उन्होंने बचावकर्मियों से पहले उसकी अन्य बेटी जेनेप और बेटे सालतिक बुगरा को बचाने की अपील की.
इसके बाद, असलान को भी बचावकर्मियों ने बाहर निकाला. इसके दो घंटे बाद, गंजियातेप प्रांत के ही इसलाहिये शहर में मलबे से तीन साल की बच्ची और उसके पिता को बाहर निकाला गया और इसके एक घंटे बाद हाते प्रांत में भूकंप के करीब 321 घंटे बाद सात साल की बच्ची को बचाया गया.
12 और लोगों को बचाया
कड़ाके की सर्दी और घटती उम्मीदों के बावजूद शनिवार को करीब 12 लोगों को बचाया गया. तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोआन ने भूकंप प्रभावित दियारबकिर का दौरा किया और कहा कि गर्मी आने तक विश्वविद्यालयों में दूरस्थ शिक्षा दी जाएगी ताकि बेघर भूकंप पीड़ितों को सरकारी संस्थानों के परिसरों में आश्रय दिया जा सके. तुर्किये के अंटाक्या में सीरियाई शरणार्थियों की मदद कर रही एक अंतरराष्ट्रीय परमार्थ संस्था ने शहर की सीमा के पास खुले मैदान पर कई लोगों को आश्रय दिया है.
भारत ने भेजी मदद की एक और खेप
भारत ने भूकंप प्रभावित तुर्की और सीरिया को जीवन रक्षक दवाएं और राहत सामग्री की एक और खेप भेजी है. ये मदद सी-17 सैन्य विमान से भेजी गई हैं. भारत के ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत राहत सामग्री की यह सातवीं खेप भेजी गई है, जिसे सोमवार को आए भीषण भूकंप के बाद दोनों देशों की मदद के लिए शुरू किया गया है.
मामले में विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट किया, ‘ऑपरेशन दोस्त’ के तहत सातवां विमान सीरिया एवं तुर्की के लिए रवाना हो गया है. विमान में राहत सामग्री, चिकित्सा सहायता, आपात एवं गहन देखभाल दवाइयां, चिकित्सा उपकरण एवं अन्य चीजें हैं.’ पिछले कुछ दिनों में भारत बचाव कार्य में मदद के लिए सी-17 ग्लोबमास्टर सैन्य परिवहन विमान से तुर्की को दवाएं, एक सचल अस्पताल और विशेष खोजी एवं बचाव टीम भेज चुका है.
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सीरिया को भी भेजी मदद
भारत ने सीरिया को भी भारतीय वायुसेना के सी-130 जे विमान से राहत सामग्री भेजी है. अधिकारियों ने कहा कि विमान शनिवार को रवाना हुआ जो पहले सीरिया की राजधानी दमिश्क जाएगा और वहां राहत सामग्री उतारने के बाद यह तुर्की में अदन के लिए उड़ान भरेगा. उन्होंने कहा कि विमान में 35 टन राहत सामग्री है, जिसमें से 23 टन राहत सामग्री सीरिया और करीब 12 टन राहत सामग्री तुर्की के लिए है.