कानपुरवासियों के लिए योगी सरकार ने मेट्रो का तोहफा देकर उनका सफ़र आसान बनाने का जो प्रयास किया था, वो अब रंग लाता हुआ दिखाई दे रहा था। जनपदवासियों को अगले साल के अन्त तक मेट्रो ट्रेन में सफ़र कराने का लक्ष्य पूरा करने के लिए यूपीएमआरसी अब युद्धस्तर पर जुट गया है। मेट्रो के इन्जीनियरिंग व तकनीकी टीम ने महज 130 दिनों में 2.5 किमी तक ट्रैक के आधार का सफर पूरा कर लिया है।
आईआईटी से मोतीझील के बीच निर्मित हो रहे 9 किमी। लंबे प्रयॉरिटी कॉरिडोर के अंतर्गत यूपी मेट्रो की टीम ने 200 यू-गर्डर्स का परिनिर्माण भी पूरा कर लिया है और इस तरह से प्राथमिक सेक्शन के अंतर्गत लगभग 2.5 तक किमी। तक मेट्रो ट्रैक का आधार तैयार हो चुका है।
बताते चलें कि, प्रयॉरिटी कॉरिडोर में आईआईटी से मोतीझील के बीच 622 यू-गर्डर्स रखे जाने हैं। इस साल की 11 अगस्त को शासन के मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी व यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव के नेतृत्व में यू-गर्डर्स के इरेक्शन की शुरुआत की गयी थी।
जिसके बाद से लगातार यू-गर्डर्स का इरेक्शन जारी है। अगस्त से अक्टूबर के बीच मेट्रो की टीम ने यू-गर्डर्स के परिनिर्माण का शतक पूरा किया था। इस हिसाब से यूपी मेट्रो ने पहले 100 यू-गर्डर्स का इरेक्शन 67 दिन में पूरा किया और बाकी 100 यू-गर्डर्स के इरेक्शन में सिर्फ 64 दिनों का ही समय लगा।
यह भी पढ़ें: कंगना के लिए बदला महाराष्ट्र सरकार का रुख, कहा- ‘ट्विटर एक अंतरराष्ट्रीय संस्था है’
यूपी मेट्रो के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने कहा, “कानपुर में बहुत ही कम समय में 200 यू-गार्डर्स का इरेक्शन पूरा कर, यूपीएमआरसी ने एक और उपलब्धि अपने नाम कर ली है और वह भी कोविड-काल की चुनौतियों को पीछे छोड़ते हुए। यूपीएमआरसी के कुशल इंजीनियरों और कॉन्ट्रैक्टर की टीम, परियोजना के सिविल निर्माण के अंतर्गत निर्धारित लक्ष्यों को पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है और उनकी मेहनत रंग ला रही है।