पश्चिम बंगाल की ममता सरकार और केंद्र की सत्तारूढ़ मोदी सरकार के बीच जारी टकराव अपने पूरे उफान पर है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। इस बार उन्होंने मोदी सरकार के दावों पर उंगली उठाते हुए कथनी और करनी में फर्क बताया है। ममता ने कहा कि मोदी सरकार कहती बहुत कुछ है लेकिन होता कुछ नहीं। उन्होंने यह बयान मोदी सरकार द्वारा पूरे देश को मुफ्त कोरोना वैक्सीन देने के दावे को लेकर दिया।
ममता ने खड़े किये कई सवाल
ममता बनर्जी कहा कि केंद्र सरकार बहुत कुछ कहती है पर होता नहीं है। कमिटमेंट होना चाहिए। पूरे देश को वैक्सीन देना बड़ा काम है। राज्यों को तो वैक्सीन नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे में दिसंबर तक कैसे पूरे देश को वैक्सीनेट करेंगे?
ममता बनर्जी ने बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक से मेरी बात हुई है। केरल के चीफ मिनिस्टर से भी बात हुई है। केंद्र सरकार को सभी राज्यों को मुफ्त में वैक्सीन देना चाहिए। सभी लोग इस पर सहमत हैं।
ममता बनर्जी ने अम्फान तूफान के वक्त हुए नुकसान को लेकर रिपोर्ट मांगी है। ममता बनर्जी ने कहा कि अम्फान के समय टूटे हजारों पेड़ों का क्या हुआ? बेच दिए गए या अभी हैं? मुझे 3 दिन के भीतर रिपोर्ट चाहिए। हर साल इरिगेशन के नाम पर हम बांध बना रहे हैं और हर साल बांध टूट जा रहे हैं। ऐसे में हमें देखना होगा कहां पैसा लगाएं। हम 5 लाख मंगरोव लगा रहे हैं, ये एक ऐसी घास है जो जमीन को पकड़ कर रखती है। ऐसा एक प्रोजेक्ट भी हम ला रहे हैं।
यह भी पढ़ें: बीजेपी ने खोली ममता के मुख्य सलाहकार के काले कारनामों की पोल, राज्यपाल से की बड़ी मांग
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान ममता बनर्जी से अलपन बंदोपाध्याय को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि ये चैप्टर क्लोज हो चुका है, इस पर कोई बात नहीं कहनी है।