प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के गढ़ काशी में बुधवार शाम आई पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी विरोध प्रदर्शन के बीच सड़क पर उतर कर डट कर खड़ी हो गईं। उन्होंने हिन्दू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को जयश्री राम और मोदी-मोदी की नारेबाजी के बीच काला झंडा लहराते देखा तो बोली हार के डर से ये सब हो रहा है, अब बिना हराए यहां से नहीं जाऊंगी। वह डरने वाली नहीं हैं, न ही भागने वाली हैं।
ममता बनर्जी को सड़क पर खड़ा देख प्रदर्शनकारी हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें हिंदू विरोधी बताया और वापस जाओ के नारे भी लगाए। यह देख अफसरों ने सख्त तेवर दिखाकर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाया तो मुख्यमंत्री ममता बनर्जी गंगा घाट पर गंगा आरती देखने पहुंची। घाट पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी निर्धारित स्थान के बजाय घाट की सीढ़ियों पर बैठीं तो गंगा आरती कराने वाली संस्था के पदाधिकारी और अफसरों ने उन्हें निर्धारित स्थान पर बैठने को कहा। ममता बनर्जी ने कहा कि यहीं से गंगा आरती देखूंगी।
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उधर, वाराणसी में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री का विरोध देख समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के बिगड़े हालात हैं, क्योंकि दीदी-भइया साथ हैं। भाजपा प. बंगाल में हुई शर्मिंदा हार के सदमे से अभी उबरी नहीं है, इसीलिए ममता बनर्जी को बनारस में काले झंडे दिखा रही है। ये भाजपाइयों की हताशा का ही दूसरा रूप है क्योंकि वो जानते हैं कि वो उप्र भी बुरी तरह हार रहे हैं।
बताते चलें कि वाराणसी में दो दिनी दौरे पर आई ममता बनर्जी सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ गुरुवार को रैली भी करेंगी। शाम को वापस कोलकाता लौट जाएंगी।