पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रीय राजनीति में उतरने की अपनी इच्छा कभी छिपाई नहीं है। लेकिन अब तक वे बंगाल में रह कर ही राष्ट्रीय राजनीति में रूचि दिखाती थीं। अब वे बंगाल की सीमा से बाहर निकलेंगी और इसके लिए उन्होंने और उनकी पार्टी के नेताओं ने अभी से राष्ट्रीय मसलों पर बयान देना शुरू कर दिया है। इस मामले में उनकी पार्टी आम आदमी पार्टी का अनुसरण कर रही है।
आम आदमी पार्टी देश के अर्ध राज्य दिल्ली की पार्टी है लेकिन उसके नेता देश और दुनिया के हर मसले पर बयान देते हैं और टेलीविजन चैनलों में राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली बहसों में भी उनके नेता बुलाए जाते हैं।यही राजनीति अब ममता बनर्जी ने शुरू की है। जिस दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कश्मीर के नेताओं को वार्ता के लिए बुलाया उस दिन ममता ने कश्मीर को लेकर कई बयान दिए। उन्होंने अनुच्छेद 370 का एक तरह से बचाव करते हुए कहा कि इसे हटाने से दुनिया में भारत की बदनामी हुई है। इसके एक दिन के बाद जब आईटी मंत्री रविशंकर प्रसाद का ट्विटर अकाउंट एक घंटे के लिए ब्लॉक हुआ तो ममता की पार्टी की सांसद महुआ मोईत्रा ने इसे कश्मीर में इंटरनेट बंद करने से जोड़ा।
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उन्होंने कहा कि एक घंटे ट्विटर बंद हुआ तो मंत्री परेशान हो गए, जबकि महीनों तक जम्मू कश्मीर में इंटरनेट बंद रखा गया था। अब तृणमूल नेता न्यूज चैनलों की बहसों में शामिल होने के प्रयास में हैं। इसके लिए राष्ट्रीय न्यूज चैनलों से एप्रोच किया जा रहा है।