नारदा घोटाले की जांच करते हुए सीबीआई ने सोमवार सुबह पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस सरकार पर तगड़ा चाबुक चलाया है। इस मामले में सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए सूबे के दो मंत्रियों और दो विधायकों को पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि, सीबीआई द्वारा उठाया गया यह कदम मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को बिलकुल भी रास नहीं आया और स्वयं सीबीआई दफ्तर पहुंचकर मामले का विरोध किया है।
ममता बनर्जी ने सीबीआई से की मांग
इस मामले में सीबीआई द्वारा की गई कार्रवाई से नाराज ममता बनर्जी ने अपना गुस्सा जाहिर करते हुए कहा है कि मझे भी गिरफ्तार कर लो।
आपको बता दें कि नारदा घोटाले की जांच करते हुए सीबीआई ने सोमवार सुबह इस घोटाले के आरोपी ममता सरकार के कैबिनेट मंत्री फिरहाद हकीम, कैबिनेट मंत्री सुब्रत मुखर्जी, टीएमसी विधायक मदन मित्रा और पूर्व बीजेपी नेता सोवन चटर्जी के घर पर छापेमारी की है। साथ ही इन चारों को गिरफ्तार कर पूछ्ताछ के लिए सीबीआई दफ्तर भे लाया गया है। सीबीआई द्वारा की गई इस कार्रवाई के बाद पश्चिम बंगाल की सियासत में भूचाल आ गया। नेताओं के समर्थन में प्रदर्शन होने लगा। इस बीच मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी सीबीआई दफ्तर पहुंच गई हैं।
आपको बता दें कि नारदा स्टिंग 2014 का मामला है। दिल्ली के एक पत्रकार ने कोलकाता पुहंच कर अपने आप को एक व्यापारी बताते हुए टीएसमसी के सात सांसदों और चार मंत्रियों एक विधायक और एक पुलिस अधिकारी को इन्वेस्टमेंट के नाम पर नगद रुपये दिए थे। इस पूरे घटनाक्रम का स्टिंग तैयार कर लिया गया था। 2016 के विधानसभा चुनाव से पहले यह स्टिंग सामने आया था।
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कोलकाता हाईकोर्ट ने साल 2017 में स्टिंग ऑपरेशन की सीबीआई जांच का आदेश जारी किया था। बताते चलें कि हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में हकीम, मुखर्जी और मित्रा तृणमूल कांग्रेस के टिकट पर एक बार फिर से विधायक चुने गए हैं।