लखनऊ: विवादित बयानों के चलते सीतापुर जेल में बंद महंत बजरंग मुनि को जमानत के बाद रविवार की सुबह 8 बजे के आसपास जेल से रिहा कर दिया गया। वो अपने समर्थकों के साथ खैराबाद स्थिति संगत पर चले गए। जेल से रिहा होने के बाद उन्होंने कहा कि जेल जाने को लेकर कोई पछतावा नही है। जेल से बाहर आने के बाद महंत ने कहा कि धर्म के लिए कतरा-कतरा कुर्बान करने के लिए तैयार हूं।
हालांकि विशेष समुदाय की महिलाओं पर टिप्पणी के बाद उन महिला आयोग की शिकायत पर जेल भेजा गया था। बयान को लेकर उन्होंने माफी भी मांगी थी। जिला जज संजय कुमार की अदालत ने मामले की शनिवार को सुनवाई की और उन्हें जमानत दे दी। दरअसल 13 अप्रैल को उन्होंने जमानत अर्जी दाखिल की थी। मगर 14 दिन की हिरासत के चलते सुनवाई नही हो पाई थी।
धर्म के लिए हजारों बार जेल जाना पड़े तो मैं जाऊंगा
इस दौरान पुलिस को भी हालात को काबू में करने के लिए लाठियां भांजनी पड़ी थी। महंत बजरंग मुनिदास पिछले 10 दिनों से जेल में थे। शनिवार को उनकी जमानत मंजूर हो गई थी। इसके बाद रविवार को वह जेल से बाहर आ गए। जेल की सलाखों से बाहर आने के बाद महंत ने कहा कि भगवा और धर्म के लिए हजारों बार जेल जाना पड़े तो मैं जाऊंगा। हजारों हमले झेलना पड़े तो तैयार हूं।
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उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है
उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें कोई पश्चाताप नहीं है क्योंकि जो सजा मिलनी थी वह मिल गई है। धर्म के लिए प्राण भी त्यागना पड़े तो मैं तैयार हूं। उस दिन मैंने अपनी महिलाओं की रक्षा के लिए कहा था और मैं फिर से कह रहा हूं कि धर्म के लिए कतरा-कतरा कट जाए तो मैं उसको कुर्बान करने के लिए तैयार हूं।