नेताजी सुभाष चन्द्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर कोलकाता में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में जय श्रीराम के नारों की वजह से उठे सियासी बवाल ने अब उत्तर प्रदेश के राजनीतिक दरवाजे पर दस्तक दी है। दरअसल, ममता बनर्जी की वजह से खड़े हुए इस विवाद पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने अपने बयान में ममता बनर्जी जो बड़ी नसीहत दी है।
योगी आदित्यनाथ ने ममता को दी यह नसीहत
दरअसल, बीते 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती पर कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में ममता बनर्जी के सामने जय श्रीराम के नारे लगाए गए थे। इस बात को लेकर ममता बनर्जी का गुस्सा फूट पड़ा था। और उन्होंने इसे अपना अपमान बताया था। साथ ही उन्होंने इस कार्यक्रम में भषण देने से भी इंकार कर दिया था।
एक न्यूज पोर्टल के अनुसार, इस घटना को लेकर योगी आदित्यनाथ का कहना है कि किसी को भी ‘जय श्री राम’ कहने को मजबूर नहीं किया जा रहा और इस तरह के नारों में बुरा मानने की कोई बात नहीं है।
सीएम योगी ने ममता बनर्जी को नसीहत देते हुए कहा कि यदि कोई जय श्री राम कहता है तो इसमें बुरा मानने की कोई बात नहीं है क्योंकि यह तो एक प्रकार का अभिवादन है। उन्होंने कहा कि यदि कोई नमस्कार या जय श्री राम कहता है तो यह उनके शिष्टाचार को दर्शाता है।
‘जय श्री राम’ के नारे लगने के बाद बनर्जी के सभा को संबोधित करने से इंकार के बारे में एक सवाल के जवाब में योगी ने कहा कि हम किसी को भी बोलने के लिए मजबूर नहीं कर रहे। लेकिन यदि कोई जय श्री राम कहता है तो इसमें बुरा लगने जैसा कुछ नहीं है।
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बनर्जी ने कहा था कि कि ऐसा अपमान अस्वीकार्य है। योगी ने दावा किया कि देश में जिन राज्यों में कानून-व्यवस्था सबसे अच्छी है, उसमें से एक उत्तर प्रदेश है।