वॉट्सऐप की नई प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर चल रहा विवाद अभी शांत नहीं हुआ था कि उससे पहले ही अब नया हंगामा होता नजर आ रहा है। पता चला है कि गूगल सर्च में whatsapp यूजर्स के नंबर दिखाई दे रहे है। वैसे तो वॉट्सऐप एक मोबाइल एप है लेकिन इसे पीसी और लैपटॉप में भी यूज किया जाता है।
दरअसल आ रही ख़बरों के मुताबिक वॉट्सऐप अब पब्लिक सर्च में प्राइवेट नंबर्स की इंडेक्सिंग कर रहा है। यूज़र्स के नंबर गूगल पर ओपेन सर्च में वॉट्सऐप Web URL के रेजल्ट के रूप में मौजूद हैं। इसका मतलब ये हुआ कि अगर आप वॉट्सऐप को अपनी PC वेब ब्राउज़र पर इस्तेमाल कर रहे हैं तो आपका कॉन्टैक्ट पब्लिकली गूगल सर्च स्क्रोल में आ सकता है। इससे यूज़र्स के स्पैम और साइबर अटैक जैसे झांसे में फंसने का जोखिम रहता है।
कुछ दिन पहले रिपोर्ट आई थी कि कि WhatsApp ग्रुप्स गूगल सर्च में दिखाई दिए थे। इसका सीधा मतलब यह था कि यूजर्स कोई भी ग्रुप गूगल पर सर्च कर ढूंढ सकते हैं और उन्हें ज्वाइन भी कर सकते हैं।
इंडिपेन्डेंट साइबर सिक्योरिटी रिसर्चर राजशेखक राजाहरिया ने बताया कि गूगल पर पब्लिक नंबर की लिस्टिंग मौजूद है। साथ ही यूज़र्स के WhatsApp के Web URL नंबर बड़ी संख्या में पब्लिक डोमेन गूगल पर इंडेक्स हुए हैं। इससे किसी भी यूज़र को आपके कॉन्टैक्ट का एक्सेस मिल सकता है। राजाहरिया ने दावा किया कि वॉट्सऐप गूगल के लिंक को इंडेक्स न करने वाले इंस्ट्रक्शन के लिए ऑटोमेटेड इंस्ट्रक्शन फाइल का इस्तेमाल कर रहा है। इससे अभी भी एक निरंतर गोपनीयता मुद्दा प्रतीत होता है।
Group Links भी हो चुकी है लीक
इससे पहले WhatsApp ग्रुप के मैसेज गूगल पर लीक हो गए थे, ऐसे में कोई भी गूगल पर WhatsApp group सर्च करके आपके चैट को पढ़ सकता था और आपके निजी ग्रुप को जॉइन भी कर सकता था। WhatsApp की इस गलती की वजह से लोगों के वॉट्सऐप ग्रुप के सभी नंबर्स भी सार्वजनिक हो गए थे, जिसपर WhatsApp ने सफाई भी दी।
यह भी पढ़ें: निक्की तम्बोली ने बनाया राहुल वैद्य के अंडरगारमेंट का मजाक, कहा- रात में बिना…
WhatsApp ने इसपर कहा कि वह अपने यूज़र्स और ग्रुप इनवाइट्स की गूगल इंडेक्सिंग को रोकने के लिए ज़रूरी कदम उठा रहा है। WhatsApp ने गूगल से ऐसी चैट को सार्वजनिक नहीं करने के लिए कहा है और यूज़र्स को सार्वजनिक रूप से एक्सेसिबल वेबसाइटों पर ग्रुप चैट लिंक साझा नहीं करने की सलाह दी है।