राजपथ पर 26 जनवरी को निकाली जाने वाली गणतंत्र दिवस परेड की फुल ड्रेस रिहर्सल रविवार को की गई। परेड विजय चौक से शुरू होकर नेशनल स्टेडियम तक गई, इसलिए रेल और सड़क यातायात में भी बदलाव किया गया। फुल ड्रेस रिहर्सल में 12 राज्यों की झांकियां दिखाई दीं और तीनों सेनाओं के जवान राजपथ पर कदमताल करते दिखे। वायुसेना की सबसे बड़ी टुकड़ी ने फ्लाई पास्ट में हिस्सा लिया और 75 विमानों ने उड़ान भरकर आसमान में गर्जना की।
गणतंत्र दिवस परेड के लिए इस बार रक्षा मंत्रालय की विशेषज्ञ समिति ने 12 राज्यों अरुणाचल प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, जम्मू और कश्मीर (यूटी), कर्नाटक, मेघालय, पंजाब, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड की झांकियों को चयनित किया है। इन्हीं 12 राज्यों की झांकियां फुल ड्रेस रिहर्सल में राजपथ पर दिखाई दीं। रिहर्सल के दौरान नेवी बैंड ने बॉलीवुड ट्यून बजाई और आरडी बर्मन के गाने ‘मोनिका… ओ माई डार्लिंग’ की धुन पर सैनिक झूमते दिखे। हालांकि इस बॉलीवुड धुन के बजने का वीडियो वायरल होने पर कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, आम आदमी पार्टी समेत कई विपक्षी दलों के नेताओं ने आपत्ति जताई है। भारतीय सशस्त्र बलों की 8 टुकड़ियां शामिल हुईं, जिसमें थल सेना की 6 टुकड़ियां, वायु सेना और नौसेना की एक-एक टुकड़ी शामिल हुई। पैराशूट रेजिमेंट की टुकड़ी नवीनतम टैवर राइफलों के साथ नई लड़ाकू वर्दी पहने नजर आई।
भारतीय वायुसेना की टुकड़ी भी पूरी तैयार नजर आई। गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार वायुसेना की सबसे बड़ी टुकड़ी फ्लाई पास्ट में हिस्सा लेगी। फुल ड्रेस रिहर्सल के फ्लाई पास्ट में राफेल, जगुआर समेत कुल 75 विमानों ने उड़ान भरकर आसमान में गर्जना की। भारतीय वायु सेना की झांकी में एंटी टैंक ध्रुवस्त्र मिसाइल और अश्लेषा एमके 1 रडार से लैस स्वदेशी एलसीएच हेलीकॉप्टर को दर्शाया गया। परेड में पांच राफेल भी शामिल हुए जिन्होंने ‘विनाश’ फॉर्मेशन में राजपथ के ऊपर से उड़ान भरी।भारतीय नौसेना के मिग-29के और पी-8आई टोही विमानों ने ‘वरुण’ फॉर्मेशन में और ’75’ नंबर के आकार में 17 जगुआर लड़ाकू विमानों ने उड़ान भरी। इसके अलावा एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) के साथ चार एमआई-17 वी 5 विमान ‘रुद्र’ फॉर्मेशन में बड़े फ्लाईपास्ट का हिस्सा बने।
गणतंत्र दिवस परेड रिहर्सल के चलते शनिवार को नोएडा से दिल्ली में भारी वाहनों की एंट्री रात 10 बजे बंद कर दी गई थी। आज भी भारी वाहनों को सुबह से दिल्ली में एंट्री नहीं दी गई। ट्रैफिक पुलिस ने इस बदलाव के लिए भारी व मालवाहक वाहनों का ईस्टर्न पेरीफेरल एक्सप्रेस-वे पर डायवर्सन कर दिया था। दोपहर बाद परेड रिहर्सल समाप्त होने पर दिल्ली में एंट्री दी गई। इसके बाद 25 जनवरी की रात 10 से 26 जनवरी की दोपहर 1 बजे तक दिल्ली में भारी व मालवाहक वाहनों की नो एंट्री रहेगी। गणतंत्र दिवस परेड पूरी होने तक विजय चौक से इंडिया गेट तक राजपथ पर ट्रैफिक की अनुमति नहीं दी जाएगी। 26 जनवरी को कई रेलगाड़ियों का रूट बदला गया है। इस दौरान कई ट्रेनों को रोककर चलाया जाएगा।
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बीटिंग रिट्रीट समारोह में नहीं बजेगी बापू की पसंदीदा धुन
इस साल बीटिंग रिट्रीट समारोह में ‘अबाइड विद मी’ धुन नहीं सुनाई देगी। इस धुन को महात्मा गांधी की पसंदीदा धुन कहा जाता है। इसे 1950 से लेकर हर साल 29 जनवरी को समारोह के अंत में बजाया जाता है। रक्षा मंत्रालय की तरफ से बीटिंग रिट्रीट समारोह में बजाए जाने वाली 26 धुनों की लिस्ट जारी की गई है, लेकिन इसमें ‘अबाइड विद मी’ को शामिल नहीं किया गया है। इससे पहले साल 2020 में भी इस धुन को हटाने की बात हुई थी, लेकिन विवाद के बाद इसे शामिल कर लिया गया।