कानपुर। उत्तर प्रदेश की उद्योग नगरी के रूप में जानी जाने वाली कानपुर नगरी में सोमवार को दिलचस्प वाक्या सामने आया है। यहां नगर निगम सदन की बैठक शुरू होते ही पार्षदों ने हंगामा शुरू कर दिया। यहां विकास के नाम पर भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। पार्षदों ने काले रंग की पर्चियां उड़ाईं तो सपा के पार्षद दल के नेता हाजी सुहैल ने जूते की माला खुद पहन ली। लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलेगी का नारा भी लगा।
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एक तरफ भाजपा पार्षदों ने चकेरी में दो दिन पहले चट्टों के खिलाफ अभियान के दौरान महापौर समेत नगर निगम की टीम पर पथराव के खिलाफ मुकदमा दर्ज न होने की मांग उठाई। उधर विपक्षी पार्षद भी मुकदमा दर्ज न होने की मांग के समर्थन में आ गए। दूसरी तरफ विकास के नाम पर भ्रष्टाचार के खिलाफ जमकर नारेबाजी हुई। पार्षदों ने काले रंग की पर्चियां उड़ाईं तो सपा के पार्षद दल के नेता हाजी सुहैल ने जूते की माला खुद पहन ली। लोकतंत्र में तानाशाही नहीं चलेगी का नारा भी लगा। तमाम पार्षद धरने पर बैठ गए। एक अधिशाषी अभियंता को तत्काल जोन से हटाने की मांग करने लगे।
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नगर निगम सदन में हुए बवाल के बाद महापौर प्रमिला पाण्डेय ने नगर अक्षय त्रिपाठी से तत्काल कार्रवाई करने को कहा। उन्होंने पार्षदों को बार-बार समझाने का प्रयास किया लेकिन नाराज पार्षदों ने अपनी नाराजगी प्रकट की।