दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) पर निशाना साधते हुए कहा कि कोई शराब नीति घोटाला नहीं है। उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों ने अपने हलफनामे में झूठ बोला और मामले में मनीष सिसोदिया को झूठा आरोपी बनाया गया। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मनीष सिसोदिया पर आरोप है कि उन्होंने अपने 14 फोन तोड़ दिए। फिर ईडी कह रही है कि उसमें से 4 फोन उनके पास हैं और सीबीआई कह रही है कि 1 फोन उनके पास है, अगर उन्होंने फोन तोड़े हैं तो उनके पास फोन कैसे आए। इन लोगों ने झूठ बोलकर केस बनाए और बोला कि शराब घोटाला हुआ है।
सीबीआई, ईडी ने आबकारी नीति मामले में अदालत में झूठे हलफनामे दायर किए, वे मनीष सिसोदिया और मेरे खिलाफ गवाही देने के लिए लोगों को प्रताड़ित कर रही हैं। केजरीवाल ने आबकारी नीति मामले पर कहा कि ईडी, सीबीआई ने 100 करोड़ रुपये की घूस लेने का आरोप लगाया; उन्होंने 400 से अधिक छापे मारे, लेकिन यह राशि नहीं मिली। दिल्ली शराब नीति मामले में सीबीआई द्वारा केजरीवाल को तलब किए जाने के एक दिन बाद यह बात सामने आई है। उन्हें मामले में गवाह के तौर पर रविवार सुबह 11 बजे एजेंसी के मुख्यालय में पेश होने को कहा गया था।
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केजरीवाल ने कहा कि ईडी और सीबीआई ने अदालत को गुमराह किया और सिसोदिया को फंसाने की शपथ ली। सिसोदिया को इस मामले में सीबीआई ने फरवरी में गिरफ्तार किया था। उन्होंने कहा कि दो केंद्रीय एजेंसियां ”हर दिन किसी न किसी को पकड़ रही हैं और उन्हें धमकाया जा रहा है, मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है”, उन्हें मामले के सिलसिले में दिल्ली के मंत्रियों का नाम लेने के लिए मजबूर किया जा रहा है।