नई दिल्ली। रायबरेली लोकसभा सीट से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की उम्मीदवारी पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा कि गांधी परिवार के करीबी लोग पहले भी अमेठी से चुनाव लड़ चुके हैं। बीजेपी इतनी चिंतित क्यों है?
संजय राउत ने कहा, मुझे स्मृति ईरानी पर दया और दया आ रही है क्योंकि अब वह राहुल गांधी के पीए से हार जाएंगी। यह एक सोच-समझकर लिया गया फैसला है। केएल शर्मा कांग्रेस पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता हैं। उन्होंने कई वर्षों तक राहुल गांधी और प्रियंका गांधी के साथ अमेठी में काम किया है।
मालूम हो, कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की रायबरेली लोकसभा सीट से शुक्रवार को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। रायबरेली पिछले दो दशक से सोनिया गांधी का निर्वाचन क्षेत्र रहा है। नामांकन पत्र दाखिल करते समय राहुल गांधी के साथ कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और प्रियंका गांधी और उनके पति राबर्ट वाद्रा भी मौजूद थे। बता दें कि राहुल गांधी अमेठी से 15 साल तक सांसद रह चुके हैं।
कांग्रेस ने अमेठी लोकसभा सीट से गांधी परिवार के करीबी किशोरी लाल शर्मा को प्रत्याशी बनाया है। राहुल गांधी इस बार उस सीट से किस्मत आजमा रहे हैं जिसका प्रतिनिधित्व पूर्व में उनकी मां सोनिया गांधी, दादी इंदिरा गांधी और दादा फिरोज गांधी करते रहे हैं। भाजपा ने गुरुवार को दिनेश प्रताप सिंह को रायबरेली से अपना उम्मीदवार घोषित किया था। वह 2019 के लोकसभा चुनाव में सोनिया गांधी से हार गए थे।