आगरा के एक इंटर कॉलेज में धार्मिक आस्था को ठेस पहुंचाने का मामला सामने आया है। गुरुवार को लोगों ने थाने पहुंच कर तहरीर दी है। हिंदू विरोधी तर्कों पर लोगों में नाराजगी है। हिंदूवादियों का आरोप है कि यहां बच्चों को मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का रास्ता बताया जा रहा है। कॉलेज में हिंदू छात्र-छात्राओं को हाथ में कलावा और माथे पर तिलक लगाकर आने पर भी रोक है। कॉलेज में जनेऊ धारण करने वालों पर रोक लगाई गई है। इन्हीं आरोपों को लेकर हिंदूवादियों ने कॉलेज प्रबंधक के खिलाफ एत्माद्दौला थाने में तहरीर दी है।
एत्माद्दौला क्षेत्र के टेढ़ी बगिया में मां बैकुंठी देवी सर्वोदय इंटर कॉलेज है। हिंदूवादी नेता पवन समाधिया ने कॉलेज प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए तहरीर दी है कि कॉलेज में सनातन धर्म का अपमान किया जा रहा है। कॉलेज में लिखा है कि मंदिर का मतलब मानसिक गुलामी का रास्ता होता है। मंदिर की घंटी हमें संदेश देती है कि हम धर्म, अंधविश्वास, पाखंड और मूर्खता की ओर बढ़ रहे हैं।
कॉलेज में कोई भी छात्र-छात्रा हाथ में कलावा बांधकर और माथे पर तिलक लगाकर नहीं आ सकता। जनेऊ धारण करने पर भी रोक है। कॉलेज में छात्र-छात्राओं से जबरन हिंदू और सनातन धर्म के विरोध में नारे लगवाए जाते हैं। अभिभावक जब इसकी शिकायत करते तो बच्चों को स्कूल से निकालने की धमकी दी जाती है। हिंदूवादी नेताओं ने पुलिस को स्कूल के बोर्ड में लिखी विवादित पंक्तियों की फोटो भी सौंपी है।
इस मामले में हिंदूवादी नेताओं का कहना है कि कॉलेज में सनातन धर्म और हिंदू धर्म का अपमान किया जा रहा है। छात्र-छात्राओं को गलत शिक्षा दी जा रही है। हिंदू समाज इसको कभी बर्दाश्त नहीं करेगा। उन्होंने कॉलेज संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी है। अगर, कार्रवाई नहीं की जाती है तो हिंदू समाज के लोग आंदोलन करेंगे।
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एसओ एत्माद्दौला देवेंद्र शंकर पांडेय का कहना है कि पुलिस टीम को भेजा गया है। मामले की जांच कराई जा रही है। उधर, कॉलेज संचालक श्यामप्रकाश बोधी का कहना है कि विद्यालय में कुछ भी नहीं लिखा है। उनके कार्यालय में महापुरुषों के विचार लिखे हैं। कलावा और टीका पर प्रतिबंध के आरोप निराधार हैं। विद्यालय में सभी धर्मों के आदर की शिक्षा दी जाती है।