लखनऊ के सरोजिनी नगर निवासी चार साल की एक बच्ची के इलाज के लिए देश के दिग्गज उद्योगपति गौतम अडानी ने मानवीय पहल की है. गंभीर दिल की बीमारी से जूझ रही इस मासूम मनुश्री के संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में ऑपरेशन के लिए 1.25 लाख रुपये की जरूरत है.
परिजनों के जरिए जानकारी मिलने पर लोगों ने सोशल मीडिया पर इसके लिए मदद की गुहार लगाई थी. इस बीच अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी ने खुद ट्वीट कर बताया कि मनुश्री की मदद के लिए अडानी फाउंडेशन उनके परिवार से मिलेगा और इलाज के लिए हर संभव मदद भी करेगा.
गौतम अडानी ने एक यूजर के ट्वीट पर रिप्लाई करते हुए लिखा कि मनुश्री जल्द ही ठीक हो जाएगी. अडानी फाउंडेशन के लोगों को उसके परिवार से सम्पर्क करने के लिए बोला है. अडानी फाउंडेशन हर वो संभव मदद करेगा, जिससे कि वो जल्द ही स्कूल में वापसी कर अपने दोस्तों के साथ खेल सके.
इससे पहले एक यूजर ने सोशल मीडिया पोस्ट में जानकारी दी कि लखनऊ के सरोजनीनगर इलाके में रहने वाली 4 वर्षीय ‘मनुश्री’ के दिल में छेद है, जिसके इलाज में 1.25 लाख रुपये का खर्च एसजीपीजीआई के डॉक्टरों ने बताया है. घर वालों की आय कम होने के कारण वे ऑपरेशन का खर्च नहीं उठा सकते. कृपया, इच्छानुसार मदद करने की कृपा करें. मदद के लिए एक यूपीआई कोड भी साझा किया गया. ये मैसेज सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ और उद्योगपति गौतम अडानी स्वयं मासूम की मदद के लिए आगे आये.
गौतम अडानी की इस मानवीय पहल का लोगों ने स्वागत किया है. ट्विटर पर यूजर्स लगातार इसकी सराहना कर रहे हैं. कई लोगों ने गौतम अडानी का इस अच्छे कार्य के लिए आभार जताया है. उन्होंने कहा है कि इस तरह की दयालुता और अच्छा काम उन्हें भविष्य में इस तरह के काम करने के लिए प्रेरित करेगा.
मनुश्री का परिवार मूल रूप से गोरखपुर का निवासी है. उसके पिता लखनऊ में एक निजी संस्थान में कार्यरत हैं. मनुश्री जब नौ महीने की थी तब उन्हे बेटी के दिल में छेद की बीमारी का पता चला. तभी से उसका एसजीपीजीआई में इलाज चल रहा है. उसके ऑपरेशन के लिए डॉक्टरों ने अब एस्टीमेट बनाकर दिया.
मनुश्री के पिता ने बताया कि उन्होंने अपने स्तर पर करीब 90 हजार रुपये की व्यवस्था कर ली थी. लेकिन, इलाज के लिए 1.25 लाख रुपये जमा करने हैं. उन्होंने कहा कि अभी उन्हे भी जानकारी मिली है कि अडानी ग्रुप के चेयरमैन ने मदद के लिए ट्वीट किया है. अभी तक संस्थान के लोगों से सम्पर्क नहीं हो पाया है. बेटी को ऑपरेशन के लिए भर्ती कराना है. उम्मीद है कि व्यवस्था हो जाएगी और बेटी पूरी तरह से ठीक होगी.
यह भी पढ़ें: जांच करने गई यूपी पुलिस की टीम पर दबंगों का हमला, दरोगा समेत 5 पुलिसकर्मी घायल
एसजीपीजीआई के हेड ऑफ कार्डियोलॉजी प्रो. आदित्य कपूर ने बताया कि बच्ची की एएसडी डिवाइस क्लोजर तकनीक से सर्जरी होनी है. एएसडी में डिवाइस क्लोजर तकनीक से दिल के छेद को बंद किया जाता है. संस्थान की तरफ से एस्टीमेट बनाकर दिया गया है. इलाज के दौरान पूरा ध्यान रखा जाएगा.