नई टिहरी। तीसरे दिन भी जनपद के भीतर गंगोत्री और बद्रीनाथ हाइवे बंद रहने से आम लोगों के आवाजाही में परेशानी का सामना करना पड़ा है। आवाजाही के लिए आम लोगों को वैकल्पिक सड़क मार्गों का सहारा लेना पड़ा। जिला प्रशासन की हिदायत के चलते दोनों बंद हाइवेहाइवे पर आवाजाही को तीसरे दिन भी पूरी तरह से प्रतिबंधित रखा गया। गंगोत्री हाइवे के अभी पूरी तरह से खुलने के आसार बनते नहीं दिख रहे हैं, लेकिन भिन्नु के पास छोटे वाहनों के लिए आवाजाही के लिए मार्ग को खोलने का काम किया गया है। बदरीनाथ हाइवे भी कल तक खोले जाने के आसार हैं।
अतिवृष्टि के कारण प्रमुख गंगोत्री व बदरीनाथ राजमार्ग व ग्रामीण सड़कें बंद होने से आम लोगों की आवाजाही तीसरे दिन भी बुरी तरह से प्रभावित रही है। जनपद के प्रमुख दो राजमार्गों में गंगोत्री हाइवे फकोट में भिन्नु गांव के पास लगभग 35 मीटर वाशआउट होने व बदरीनाथ हाइवे अतिवृष्टि के कारण विभिन्न स्थानों पर बंद होने से देहरादून-ऋषिकेश जाने वाले लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग वैकल्पिक सड़कों का प्रयोग कर रहे हैं। बारिश के बीच आम लोगों की सुरक्षा का देखते हुये जिला प्रशासन ने एनएच 94 व 58 को सामान्य होने तक तत्काल प्रभाव से बंद कर दिये गये थे। तीसरे दिन भी आवाजाही प्रतिबंधित रखी गई है।
डीएम इवा श्रीवास्तव ने बीआरओ व एनएच के अधिकारियों को दोनों राजमार्गों को जल्द से जल्द खोलने के निर्देश दिये हैं। बीआरओ के कमांडेंट समीर मदान का कहना है कि फकोट के पास वाशआउट पैच को ठीक करने में दो से तीन दिन का का समय लगेगा। गंगोत्री हाइवे अन्य स्थानों पर खोल दिया गया है। भिन्नु के पास भी छोटे वाहनों की आवाजाही इमरजेंसी में शुरू करवा दी गई है। इसी तरह से बदरीनाथ हाइवे को कल शाम तक खोलने का दावा आपदा प्रबंधन विभाग ने किया है। बारिश के कारण जनपद में 10 ग्रामीण सड़कें भी बंद हो गई हैं।
ऋषिकेश और हरिद्वार से आने वालों को ज्यादा दूरी करनी पड़ रही तय
देहरादून से टिहरी आने वालों और हरिद्वार और ऋषिकेश आने वाले लोगों का देहरादून-मंसूरी-धनोल्टी-चंबा-नई टिहरी होते हुये 50 से 60 किमी ज्यादा दूरी तय करनी पड़ रही है। इसके चलते आम लोगों को 80 से 100 रुपये के बीच अधिक किराया भी चुकाना पड़ रहा है। नई टिहरी-चंबा आने वाले लोगों को सर्वाधिक आवागमन ऋषिकेश और हरिद्वार है। गंगोत्री राजमार्ग के बंद होने के बाद हरिद्वार और ऋषिकेश से आने वाले लोगों को लंबी दूरी तय करने के साथ ही किराया भी ज्यादा चुकाना पड़ रहा है। जबकि देहरादून से नई टिहरी आने वाले लोगों की दूरी को लेकर ज्यादा फर्क नहीं पड़ रहा है।