दिल्ली -लखनऊ रूट पर चलने वाली लखनऊ शताब्दी के यात्रियों के बीच शनिवार की सुबह उस समय हड़कंप मच गया, जब ट्रेन की जेनरेटर कार में आग लग गई। इस वजह से ट्रेन घंटों गाजियाबाद स्टेशन पर खड़ी रही। ट्रेन से लगातार घुंआ और आग निकल रही थी।
आग लगने की सूचना मिलते ही रेलवे के कर्मचारी पहुंचे और अधिकारियों ने तत्काल लखनऊ शताब्दी ट्रेन की जेनरेटर कार को ट्रेन से अलग किया है, लेकिन उसमें से अब भी तेज़ धुआं निकल रहा है। मिली जानकारी के मुताबिक घटना के बाद लापरवाही सामने आई है, सूचना के एक घंटे बाद अग्निशमन वाहन मौके पर पहुंचा है। तब तक रेलवे कर्मचारी छोटे सिलेंडरों से आग बुझाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन सफल नहीं हुए।
वहीं, नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली लखनई एसी कोविड स्पेशल ट्रेन बम की सूचना पर डेढ़ घंटे तक गाजियाबाद रेलवे स्टेशन पर खड़ी रही। ट्रेन की सघन चेकिंग की गई, लेकिन कुछ भी संदिग्ध न पाए जाने के बाद ट्रेन को रवाना किया गया। इस दौरान यात्रियों की सांसें थमी रहीं।
जानकारी के मुताबिक नई दिल्ली से लखनऊ जाने वाली 02430 एसी स्पेशल ट्रेन नई दिल्ली से गुरुवार रात साढ़े 11 बजे रवाना हुई। ट्रेन का अगला स्टॉपेज गाजियाबाद स्टेशन पर था। नई दिल्ली से रवाना होने के बाद कंट्रोल रूप से सूचना दी गई कि ट्रेन में बमा रखा हुआ है। सूचना के बाद इसकी जानकारी गाजियाबाद स्टेशन को दी गई। गाजियाबाद स्टेशन पर ट्रेन 12 बजकर 10 मिनट पर पहुंची। इससे पहले ही सभी सुरक्षा एजेंसी अलर्ट हो चुकी थी।
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नगर कोतवाल संदीप सिंह पुलिस लाइन व 41वीं वाहिनी पीएसी से श्वान व बम निरोधक दस्ता के साथ पहुंचे और जीआरपी एसएचओ अमीराम के साथ आरपीएफ इंस्पेक्टर पीकेजीए नायडू के साथ चेकिंग शुरू कराई। तीनों पुलिस बल की अलग-अलग टीम बनाकर श्वान व हैंड हेल्ड मेटल डिटेक्टर से ट्रेन की तलाशी की गई।