जम्मू-कश्मीर में टारगेट किलिंग का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। इसी क्रम में पंपोर इलाके में एक ऑफ-ड्यूटी पुलिस अधिकारी की हत्या कर दी गई। पुलिस अधिकारी का शव खेतों से मिला है। आशंका है कि आतंकियों ने पहले अगवा किया फिर हत्या कर दी। बता दें कि, पिछले कुछ महीनो से आतंकी घाटी में फिर से सक्रिय हो गए हैं और आतंकी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं।
मिली जानकारी के मुताबिक, पुलिस अधिकारी की पहचान फारूक अहमद मीर के रूप में हुई है। अहमद मीर जम्मू-कश्मीर पुलिस में बतौर सब-इंस्पेक्टर के पद पर सेवाएं दे रहे थे। कश्मीर जोन पुलिस के अनुसार, प्रारंभिक जांच में पता चला है कि अहमद मीर बीती शाम को अपने खेतों की तरफ निकले थे।
कश्मीर जोन पुलिस ने ट्वीट करते हुए बताया कि “आईआरपी 23 बटालियन में तैनात संबूरा के फारूक अहमद मीर का शव उनके घर के पास धान के खेतों में मिला था। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि वह कल शाम को अपने धान के खेतों में काम करने के लिए घर से निकले थे, जहां उनकी आतंकवादियों ने पिस्तौल से गोली मारकर हत्या कर दी।
सब-इंस्पेक्टर फारूक अहमद मीर जम्मू-कश्मीर पुलिस की आईआरपी बटालियन में तैनात था। बता दें कि, कश्मीर में ऑफ ड्यूटी पुलिसकर्मियों की टारगेट किलिंग की एक पूरी कड़ी रही है। हालांकि, पुलिस का कहना है कि हाल ही में हुई टारगेट किलिंग के पीछे जिन आतंकियों का हाथ था, उन्हें मुठभेड़ों में ढेर किया जा चुका है।
गौरतलब है कि घाटी में पिछले कुछ महीनों से आतंकी ज्यादा ही सक्रिय हो गए हैं और लगातार टारगेट किलिंग कर रहे हैं। आंकड़ों के मुताबिक घाटी में इस साल अब तक डेढ़ दर्जन से ज्यादा टारगेट किलिंग्स की गई हैं। मई महीने में ही करीब 7 लोगों को हत्या कर दी गई थी, जिससे लोगों के बीच डर का माहौल पैदा हो गया था। वहीं, घटी में रह रहे अन्य राज्यों के लोगों ने पलायन शुरू कर दिया था। इसके अलावा, लोगों ने विरोध प्रदर्शन कर अपनी सुरक्षा का मुद्दा भी सरकार के सामने उठाया था।