जम्मू-कश्मीर के सबसे बड़े घोटाले के रूप में शुमार रोशनी एक्ट घोटाले में अब सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री फारुख अब्दुल्ला का नाम भी शामिल हो गया है। दरअसल, राजस्व विभाग की जांच में फारुख अब्दुल्ला की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ है। हालांकि इस खुलासे के बाद उन्होंने इन आरोपों को लेकर सफाई भी दी है। उनका कहना है कि उन्हें परेशान करने के लिए इस तरह की साजिश रची जा रही है।
फारुख अब्दुल्ला के घर पर लग रहे प्रश्नचिह्न
दरअसल, फारूक अब्दुल्ला पर आरोप है कि जम्मू के सजवान में उनका जो घर है वो जंगल की जमीन पर है। फारूक अब्दुल्ला का ये घर 10 कनाल जमीन में बना है, इसमें से 7 कनाल जंगल की जमीन है जबकि 3 कनाल जमीन उनकी अपनी है। आरोप ये है कि जमीन रोशनी एक्ट के तहत गलत तरीके से ली गई। इसके अलावा नेशनल कॉन्फ्रेंस का जम्मू और श्रीनगर वाला ऑफिस भी सरकारी जमीन पर गैरकानूनी तरीके से बना है। प्रशासन ने रोशनी घोटाले की लिस्ट सार्वजनिक कर दी है। ये लिस्ट कोर्ट के आदेश पर सरकार की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है।
हालांकि इन आरोपों पर फारुक अब्दुल्ला ने सफाई भी दी है। उन्होंने इन आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। उनका कहना है कि इलाके में सिर्फ मेरा ही घर नहीं है बल्कि सैकड़ों घर हैं। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि ये मुझे परेशान करने की कोशिश है, उन्हें करने दीजिए।
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आपको बता दें कि रोशनी एक्ट के नाम पर कश्मीर के बड़े बड़े लोगों ने औने पौने दाम पर करोड़ों के सरकारी ज़मीन ले लिए। इस घोटाले पर से पर्दा तब उठा था, जब 2014 में CAG रिपोर्ट सामने आई थी, इस रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि 2007 से 2013 के बीच जमीन ट्रांसफर करने के मामले में गड़बड़ी की गई। रिपोर्ट में दावा किया गया कि सरकार 25 हजार करोड़ के बजाय सिर्फ 76 करोड़ रुपये ही जमा कर पाई। हाईकोर्ट के आदेश पर अब इस मामले की जांच सीबीआई कर रही है।