प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने भगोड़े माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम (Dawood Ibrahim) के भाई इकबाल इब्राहिम कासकर को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में ठाणे जेल से गिरफ्तार किया. मुंबई की एक अदालत ने ईडी को इकबाल कासकर से पूछताछ करने की अनुमति दी थी, जिसके बाद एजेंसी ने उसे अपनी गिरफ्तर में ले लिया है. उसे 2017 में ठाणे पुलिस के एंटी-एक्सटॉर्शन सेल ने गिरफ्तार किया था और तब से वह हिरासत में है. ईडी उसे रिमांड और आगे की जांच के लिए विशेष पीएमएलए कोर्ट में पेश करेगी.

इकबाल को ईडी ने उसके और अन्य के खिलाफ तीन दिन पहले दर्ज किए गए एक नए मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया है, जब उसने मुंबई में कासकर गैंग से जुड़ी लगभग 10 संपत्तियों पर छापा मारा था. ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों में छह लोगों के बयान दर्ज किए हैं और बिल्डरों और राजनेताओं सहित कुछ और लोगों से पूछताछ की जा सकती है.
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केंद्रीय एजेंसी इस बात की जांच कर रही है कि मनी लॉन्ड्रिंग रैकेट में डिजिटल वॉलेट और डार्कनेट का उपयोग कैसे शामिल है और पता लगाने से बचने के लिए कुछ विदेशी स्थानों में रियल्टी क्षेत्रों में फिर से निवेश किस प्रकार किया गया. एजेंसियों को संदेह है कि धन फिरौती, मामलों के निपटारे, नशीले पदार्थों के माध्यम से फिरौती या अन्य अपराधों से एकत्र किया गया हो सकता है और हवाला के माध्यम से भेजा गया हो सकता है, जिसके लिए पूरे पैसे के हिसाब-किताब की गहराई से जांच की जा रही है. इसके साथ ही कानून प्रवर्तन एजेंसियां इस मामले में आतंकवादी लिंक को भी खंगाल रही हैं.
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