आधार कार्ड की कॉपी के लेनदेन में लापरवाही बेहद भारी पड़ सकती है. केंद्र सरकार ने बेफिक्र तरीके से आधार की कॉपी को शेयर करने को लेकर एडवाइजरी जारी की है. केंद्र सरकार ने कहा है कि आधार की सिर्फ मास्क्ड कॉपी ही शेयर करें. एक प्रेस विज्ञप्ति में सरकार ने कहा है कि अपने आधार की फोटोकॉपी किसी व्यक्ति या संस्थान के साथ धड़ल्ले से साझा न करें क्योंकि इसका दुरुपयोग किया जा सकता है. इसके साथ ही सरकार ने यह भी बताया है कि कोई भी व्यक्ति किस तरह से मास्क्ड आधार कॉपी हासिल कर सकता है.
मास्क्ड कॉपी में दिखते हैं सिर्फ 4 अंक
सरकार ने आधार की कॉपी के सुरक्षित लेनदेन का विकल्प सुझाते हुए सिर्फ मास्क्ड कॉपी ही साझा करने की सलाह दी है. मास्क्ड कॉपी में आधार कार्ड के पूरे 12 अंक दिखाई नहीं देते हैं. इस पर केवल अंतिम चार अंक ही दर्ज होते हैं. इसके साथ ही केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी चेतावनी में कहा गया है कि बिना लाइसेंस वाली निजी होटल और सिनेमा हॉल को आधार कार्ड की प्रतियां एकत्र करने या रखने की अनुमति नहीं है.
लाइसेंसधारी ही कर सकता है मास्क्ड आधार का लेनदेन
सरकार ने कहा है कि सिर्फ वही संगठन आधार की कॉपी का लेनदेन कर सकते हैं, जिसे भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण से उपयोगकर्ता का लाइसेंस मिला हुआ हो. सरकार ने नागरिकों से अपने आधार कार्ड साझा करने से पहले यह सत्यापित करने के लिए कहा कि किसी संगठन के पास यूआईडीएआई से वैध उपयोगकर्ता लाइसेंस मिला हुआ है या नहीं. इसके साथ ही सरकार ने कहा है कि साइबर कैफे या पब्लिक कंप्यूटर से भी अपने आधार की कॉपी डाउनलोड नहीं करें. यदि ऐसा करते भी हैं तो सरकार का कहना है कि कंप्यूटर से ई-आधार की सभी डाउनलोड की गई प्रतियों को डिलीट कर दें.
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ऐसे ले सकते हैं मास्क्ड आधार
कोई भी शख्स यूआईडीएआई की वेबसाइट पर जाकर मास्क्ड आधार डाउनलोड कर सकता है. इसके लिए वेबसाइट पर जाकर ‘Do You Want a Masked Aadhaar’ का विकल्प चुनना होगा. यहां जरूरी डिटेल भरकर मास्क्ड आधार डाउनलोड किया जा सकता है. इसके अलावा डिजी लॉकर और एमआधार का भी विकल्प चुन सकते हैं. यूआईडीएआई ने स्मार्टफोन यूजर्स के लिए एक नई मोबाइल एप एमआधार लॉन्च किया है. इसे एंड्राइड और एपल के एप स्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है.