नई दिल्ली : दिवंगत बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत (Bollywood Actor Sushant Singh Rajput) के पोस्टमॉर्टम के दौरान चिकित्सीय लापरवाही का आरोप लगाते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष एक शिकायत दाखिल की गई है. शिकायत में कहा गया है कि सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमॉर्टम (Sushant Singh Rajput Postmortem) के समय कूपर अस्पताल (Cooper Hospital) और मुंबई पुलिस (Mumbai Police) के डॉक्टरों के पैनल ने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (National Human Rights Commission) के दिशा-निर्देशों का पालन नहीं किया और पोस्टमॉर्टम के दौरान कई खामियां पाई गईं. नतीजतन, मानवाधिकारों का हनन हुआ. साथ ही देश की सर्वोच्च जांच एजेंसियों को भी जांच के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा.
आयोग ने शिकायत को डायरी संख्या 1275/IN/2022 के तहत निर्दिष्ट किया है. राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग के समक्ष यह शिकायत अधिवक्ता आशीष राय द्वारा दायर की गई है. अपनी शिकायत में अधिवक्ता आशीष राय ने आरोप लगाया है कि बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के विसरा को ठीक से संरक्षित नहीं किया गया था, जो स्पष्ट रूप से एक बड़ी ‘लापरवाही’ की ओर इशारा करता है. साथ ही उनकी ओर से कहा गया कि कूपर अस्पताल द्वारा सुशांत सिंह के शव परीक्षण की कोई वीडियोग्राफी नहीं की गई थी.
शिकायत में कहा गया कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत (Sushant Singh Rajput) का पोस्टमॉर्टम जल्दबाजी में किया गया. साथ ही आरोप लगाया गया है कि मुंबई पुलिस के अधिकारियों ने अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के पोस्टमॉर्टम में शामिल डॉक्टरों की टीम पर दबाव बनाया, जोकि इस मामले में यह इंगित करता है कि दोनों प्रशासन एक शव के पोस्टमॉर्टम के दौरान अपनी शक्ति और अधिकार का दुरुपयोग कर रहे थे.
उनकी तरफ से कहा गया कि सुशांत के शव की गरिमा और अधिकारों की रक्षा के लिए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा निर्देशित निर्देशों का पालन नहीं किया गया.