भगवान शनिदेव बड़े ही दयालु है, जो भी भक्त उन्हें सच्चे मन से याद करता है, शनिदेव उसे आशीर्वाद जरुर देते है। शनिदेव को न्याय का देवता कहा जाता है, जो मनुष्य के अच्छे बुरे कर्मों का फल प्रदान करते है। शनिदेव के प्रकोप से लोगों को भय रहता है, लेकिन आसान से उपायों से उन्हें प्रसन्न भी किया जा सकता है।
शनिवार का दिन भगवान शनिदेव को समर्पित हैं। शनिदेव बड़े दयालु हैं। श्रद्धापूर्वक आराधना करने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं और भक्तों के हर संकट को दूर करते हैं। शनिवार को शनिदेव के साथ हनुमान जी की भी उपासना करें। वास्तु में शनिवार को लेकर कुछ बातों को ध्यान में रखने की सलाह दी जाती है। आइए जानते हैं इनके बारे में।
शनिवार के दिन नए वस्त्रों की खरीदारी से बचें। शनिवार को लोहे का सामान भी नहीं खरीदें। इस दिन लोहे की चीजों का दान कर सकते हैं। माना जाता है कि शनिवार को नमक खरीदने से कर्ज बढ़ता है। शनिवार के दिन काले तिल खरीदना भी शुभ नहीं माना गया है। मान्यता है कि ऐसा करने से बनते हुए कार्यों में बाधाएं आने लगती हैं। शनिवार के दिन काले रंग के वस्त्र धारण करें। मछलियों को दाना डालें तथा चीटियों को आटा खिलाएं। शनिवार को काले कुत्ते या काली गाय को रोटी अवश्य खिलाएं।
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घर या कार्यक्षेत्र में इस्तेमाल होने वाला फर्नीचर कभी मंगलवार, शनिवार और अमावस्या के दिन नहीं खरीदना चाहिए। घर में शहद रखने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं। यह भी माना जाता है कि घर में शहद रखने से फिजूलखर्ची में कमी आती है। सरसों का तेल शनिवार को खरीदना अशुभ माना जाता है। शनिवार को कभी भी नई कैंची न खरीदें। इससे रिश्तों में तनाव आता है।