नयी दिल्ली। फ्रांस दिल्ली में बनने वाले नए राष्ट्रीय संग्रहालय के लिए भारत के साथ साझेदारी करेगा और फ्रांस के एक शीर्ष अधिकारी तथा विशेषज्ञों की टीम ने इस दिशा में अगले कदम को लेकर चर्चा की। देश के दूतावास ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
इस संग्रहालय का नाम होगा युगे युगीन भारत राष्ट्रीय संग्रहालय और इसे दुनिया का सबसे बड़ा संग्रहालय माना जा रहा है। इसमें आठ विषयगत खंड बनाए जाएंगे जो कि भारत की 5,000 वर्षों की कहानी बताएंगे।
भारतीय अधिकारी ने पहले बताया था कि देश की राजधानी के मध्य में नॉर्थ ब्लॉक और साउथ ब्लॉक में बनने वाला यह नया संग्रहालय 1.17 लाख वर्गमीटर क्षेत्र में फैला होगा, जिसमें एक भूमिगत तल और तीन मंजिलों पर 950 कमरे होंगे।
भारत में फ्रांस के दूतावास ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, जैसा कि राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों और भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घोषणा की है, फ्रांस नयी दिल्ली में बनने वाले नये राष्ट्रीय संग्रहालय के लिए भारत के साथ साझेदारी करेगा। आरेलियन लेचेवलियर और विशेषज्ञों की एक टीम ने सोमवार को इस सहयोग में अगले कदमों पर चर्चा की और जहां संग्रहालय बनाया जाना है वहां का दौरा किया।
फ्रांस के दूतावास ने बैठक की तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें फ्रांस की ओर से वैश्विक एवं सांस्कृतिक मामलों के महानिदेशक लेचेवेलियर और अन्य प्रतिनिधि तथा भारत की ओर से केंद्रीय सांस्कृतिक सचिव गोविंद मोहन तथा संस्कृति मंत्रालय के अन्य अधिकारी मौजूद थे।