आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मानदेय बढ़ोतरी सहित अन्य मांगों को लेकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। ज्ञापन के माध्यम से मांगों को पूरा करने की अपील करते हुये कहा कि यदि मांगें पूरी न हुई, तो आंदोलन को तेज किया जायेगा।
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने मांगों में मानदेय 18 हजार रुपये करने, वरिष्ठता के आधार पर मानदेय का निर्धारण किया जाए। वर्ष 2016, 2019 व 2020 में आंदोलन में जाने के चलते काटे गये मानदेय का भुगतान तत्काल करने आदि को लेकर सीडीओ नमामि बसंल के माध्यम से सीएम को ज्ञापन प्रेषित किया। वक्ताओं के तौर पर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने कहा कि लगातार मानदेय को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां आंदोलनरत हैं, लेकिन उनकी मांगों पर गौर नहीं किया जा रहा है।
बीते 7 सितंबर को रैली के माध्यम से सीएम को ज्ञापन दिया गया था, उन्होंने मानदेय बढ़ाने का आश्वासन दिया था, लेकिन आज तक उनका मानदेय नहीं बढ़ाया गया है, नहीं कैबिनेट में उनके मानदेय को बढ़ाने का प्रस्ताव लाया गया है। जबकि तब से दो कैबिनेट बैठकें आयोजित हो चुकी हैं। कहा कि यदि जल्द मांगों पर गौर नहीं किया गया तो आंदोलन को तेज किया जायेगा।
इस मौके पर आंगनबाड़ी कार्यकत्री संगठन की जिलाध्यक्ष रामदेई राणा, सचिव पूनम डोभाल, पुष्पा सजवाण, बागेश्वरी उनियाल, अंजनि देवी, अर्चना, कृष्णा, सोनी आदि मौजूद रहे।
सम्मान समारोह में न जाने का निर्णय
जाखणीधार में कोरोना काल में बेहतर काम करने के लिए विधायक डा. धन सिंह नेगी के आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सम्मानित करने को आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम में न जाने का निर्णय आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने लिया है। संगठन की जिला उपाध्यक्ष सोनी ने बताया कि जब तक उनका मानदेय सरकार नहीं बढ़ाती है, तब तक वे कोई सम्मान नहीं लेंगी। उनका सम्मान तभी होगा, जब सरकार मानदेय बढ़ायेगी।