जैश-ए-मोहम्मद देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बड़ी आतंकी घटना की साजिश को अंजाम देने की फिराक में थे। लेकिन दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने आतंकियों की इस साजिश को नाकाम कर दिया है। दरअसल, दिल्ली पुलिस ने जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकियों को गिरफ्तार कर उनकी बड़ी साजिश पर पानी फेर दिया है। पुलिस ने इन दोनों आतंकियों को दिल्ली के सरायकाले खां के पास से गिरफ्तार किया। इन आतंकियों के पास से भारी मात्रा में विस्फोटक और दस्तावेज बरामद हुए हैं।
जैश-ए-मोहम्मद के दो आतंकी दिल्ली से गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों से जब पूछताछ शुरू की तो ऐसे खुलासे हुए जिसे सुनकर अधिकारियों के कान खड़े हो गए। इन आतंकियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने दिल्ली-एनसीआर के कई क्षेत्रों को निशाना बना बनाया था और इन इलाकों में बड़ा विस्फोट करने की साजिश रच रहे थे। इसके अलावा कई वीवीआईपी भी इन आतंकियों के निशाने पर थे। पुलिस ने इनके पास से दो सेमी ऑटोमेटिक पिस्टल और 10 जिंदा कारतूस बरामद किया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में धमाका करने की साजिश थी।
इन आतंकियों के व्हाट्सएप ग्रुप से पाकिस्तान की संलिप्तता का नाम भी सामने आया। दरअसल, व्हाट्सएप ग्रुप से पता चला है कि ये दोनों आतंकी जैश-ए-मोहम्मद से सोशल मीडिया के जरिये जुड़े थे और दोनों ही पाकिस्तान जाना चाहते थे। इन्होंने कई बार सीमा पार करने की कोशिश भी की थी। लेकिन सीमा पर तैनात सेना की मुस्तैदी की वजह से ये दोनों अपने मकसद में कामयाब नहीं हो सके।
पूछताछ में पता चला है कि ये दोनों देवबंद भी गए थे और सहारनपुर में भी रुके थे।स्पेशल सेल ये जानने की भी कोशिश कर रही है कि देवबंद से इनका क्या कनेक्शन है। इनके पास से मोबाइल भी बरामद किा गया है। दोनों की पहचान अब्दुल लतीफ और मोहम्मद अशरफ खटाना के रूप में हुई है।
अधिकारियों ने बताया कि 22 वर्षीय अब्दुल लतीफ मीर बारामूला जिले के डोरू गांव का निवासी है जबकि 20 वर्षीय मोहम्मद अशरफ खटाना कुपवाड़ा जिले के हाट मुल्ला गांव का रहनेवाला है। इन दोनों को सोमवार रात में गिरफ्तार किया गया।
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पुलिस उपायुक्त (विशेष प्रकोष्ठ) संजीव कुमार यादव ने बताया कि प्राप्त जानकारी के आधार पर सराय काले खां के मिलेनियम पार्क के निकट जाल बिछाया गया और जम्मू-कश्मीर के रहनेवाले दो संदिग्ध आतंकवादियों को करीब सवा 10 बजे पकड़ा गया।