मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को राजधानी के रिजर्व पुलिस लाइन में महिला रिक्रूट आरक्षियों के दीक्षांत परेड की सलामी ली। मुख्यमंत्री ने आरक्षियों को कर्तव्यनिष्ठा की शपथ दिलाई और उनको बेहतर भविष्य की शुभकामनाएं दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश के लिए आज का दिन बहुत महत्वपूर्ण है। प्रदेश में 15,428 आरक्षियों का दीक्षांत परेड आज एक साथ आयोजित हुआ। इसमें लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट की 519 महिला रिक्रूट आरक्षी भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उनको देखकर यह प्रसन्नता हो रही है कि प्रदेश में पिछले साढ़े चार वर्षों में जो भी पुलिस की भर्तियां हुईं हैं उसमें बेटियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया है। इसमें 1 लाख 28 हजार रिक्रूट ऐसे हैं, जिनकी ट्रेनिंग की प्रक्रिया सम्पन्न हुई है। प्रदेश की बेटियां जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में अपने शानदार करियर के माध्यम से प्रदेश के विकास में योगदान दे रही हैं। आज उसकी एक लघु झलक दीक्षांत परेड में पुनः देखने को मिली है। उन्होंने कहा कि वर्ष 1947 के बाद से स्वतंत्र भारत में उत्तर प्रदेश पुलिस बल को जितनी धनराशि मिली, उससे ज्यादा धनराशि हमने पिछले साढ़े चार वर्षों में पुलिस विभाग को अवस्थापना और सुविधाओं के लिए प्रदान की है।
कार्यक्रम के दौरान मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्रा, अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी, पुलिस महानिदेशक मुकुल गोयल, अपर पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था समेत कई प्रमुख लोग मौजूद रहे।
आदित्यनाथ ने कहा कि जो प्रदेश आज से पांच वर्ष पहले ‘प्रश्न’ प्रदेश बना हुआ था, आज वह देश में कानून-व्यवस्था एवं सुरक्षा के मुद्दे पर ‘उत्तर’ प्रदेश बन गया है। प्रदेश में भाजपा की सरकार आने के बाद अपने कार्यकाल में पुलिस में डेढ़ लाख भर्तियां पूरी पारदर्शिता के साथ की हैं। प्रदेश पुलिस की क्षमता भी कई गुना बढ़ाई गई है। रेंज स्तर पर साइबर थाने और फॉरेंसिक लैब की स्थापना की गई है। इसके अलावा प्रदेश की राजधानी लखनऊ, वाराणसी, नोएडा, कानपुर जैसे जिलों में पुलिस कमिश्नरेट व्यवस्था लागू की गई है, जिसके परिणाम बेहतर देखने को मिल रहे हैं।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सर्वांग सर्वोत्तम कैडेट प्राची सिंह चौहान को पुरस्कृत किया। इनके अलावा निधि सिंह चौहान को प्रथम, काजल यादव द्वितीय और संतोषी कुशवाहा को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया। आंतरिक विषय प्रशिक्षण में ज्योति राठौर और वाहाई प्रशिक्षण में मोनिका यादव को सर्वोत्तम कैडेट का पुरस्कार मिला। मुख्यमंत्री ने इसके बाद लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट भवन का शिलान्यास और पुलिस महकमे के अन्य भवनों का वर्चुअल लोकार्पण भी किया।