कर्नाटक के मांड्या जिले के बाद अब महाराष्ट्र के भिवंडी में भी मस्जिद के पास पहुंचते ही गणपति विसर्जन जुलूस के दौरान पथराव किया गया। इस पथराव से गणेश प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई। घटना के बाद से क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति बनी हुई है।
दरअसल, मंगलवार देर रात जब गणपति विसर्जन जुलूस हिंदुस्तानी मस्जिद के पास पहुंचा तो कुछ मुस्लिम अराजकतत्वों ने जुलूस पर पथराव शुरू कर दिया। इस पथराव की वजह से गणेश प्रतिमा क्षतिग्रस्त हो गई। इसके बाद क्षेत्र में साम्प्रदायिक तनाव की स्थिति बन गई।
घटना से गुस्साए गणेश मंडल ने जिम्मेदार लोगों की गिरफ्तारी की मांग की और विसर्जन जारी रखने से इनकार कर दिया। पुलिस ने हस्तक्षेप किया और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, जिसमें कई लोगों के घायल होने की खबर है।
बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अतिरिक्त पुलिस आयुक्त ज्ञानेश्वर चव्हाण ने बताया कि गणपति विसर्जन जुलूस हिंदुस्तानी मस्जिद के पास शांतिपूर्ण तरीके से शुरू हुआ था और सुचारू रूप से आगे बढ़ रहा था। हालांकि, पत्थर फेंके जाने के बाद स्थिति बिगड़ गई, जिससे कुछ लोगों के बीच विवाद और तकरार हो गई, जिससे हंगामा हुआ।
उन्होंने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और उपद्रव में शामिल लोगों की पहचान कानूनी कार्रवाई के लिए की जा रही है। कुछ व्यक्तियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जाएगी।
रिपोर्ट के अनुसार, महाराष्ट्र के कई अन्य इलाकों में भी पत्थरबाजी की ऐसी ही घटनाएं हुईं। लगौन जामोद कस्बे के चुभारा इलाके में मंगलवार रात करीब 8 बजे पत्थरबाजी में कुछ युवक घायल हो गए।
आपको बता दें कि अभी बीते दिनों कर्नाटक से भी एक ऐसी खबर सामने आई थी. दरअसल, मांड्या जिले में एक मस्जिद के सामने पहुँचने पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा गणपति जुलूस पर पथराव किया गया, जिससे हिन्दू समुदाय का गुस्सा फूट पड़ा। हिन्दू समुदाय के लोगों ने दोषियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए जमकर प्रदर्शन किया। इस दौरान पूरे इलाके में सांप्रदायिक तनाव बढ़ गया।