बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की अगुवाई वाली हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) द्वारा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को लिखी गई चिट्ठी पर अब चिराग पासवान ने पलटवार किया है। दरअसल, हम ने सोमवार को पीएम मोदी को पत्र लिखकर दिवंगत केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की मौत की जांच की मांग की है। इसके साथ ही हम ने चिराग को कटघरे में खड़ा किया है।
चिराग पासवान ने जीतनराम मांझी को घेरा
हम के इन आरोपों पर पलटवार करते हुए चिराग पासवान ने कहा कि मांझी जी पहले स्पष्ट करें कि जब पापा अस्पताल में थे तो क्या उनका फोन नहीं आया था, क्या उनसे मेरी बात नहीं हुई थी।
लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि मांझी जी को मैंने नहीं बताया था कि पापा की तबियत काफी खराब है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जो लोग एक बेटे के बारे में इस तरह की बातें कर रहे हैं उनको खुद पर शर्म आनी चाहिए। साथ ही उन्होंने कहा कि जीतन राम मांझी जो इस वक्त ऐसी बातें कर रहे हैं, वो तब क्यों नहीं चिंता दिखाई जब पापा अस्पताल में भर्ती थे। साथ ही चिराग ने आरोप लगाया कि मरने वाले के ऊपर अब राजनीति की जा रही है और जब पिता अस्पताल में भर्ती थे तब कोई नहीं आया उन्हें देखने।
आपको बता दें कि हम के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ दानिश रिजवान ने पीएम मोदी को लिखे पत्र में मांग करते हुए कहा है कि देश के बड़े नेता और आपके मंत्रिमंडल के सदस्य रहे रामविलास पासवान जी कुछ दिन पूर्व हम लोगों को छोड़कर स्वर्ग सिधार गये, उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। आज भी हम जैसे उनके प्रशंसक उन्हें याद कर दुखी हो जाते हैं।
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उन्होंने पत्र में आगे लिखा कि पूरे देश के दुख से अलग लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान उनके अंतिम संस्कार के दूसरे दिन ही एक शूटिंग के दौरान न केवल हंसते मुस्कराते दिखाई दिये, बल्कि कट-टू-कट शूटिंग की भी बात करते रहे। इससे स्व राम विलास पासवान जी के प्रशंसकों एवं परिजनों के बीच कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। इसके अलावा हम ने पासवान की मौत को लेकर कई सवाल भी खड़े किये।