लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा का बजट सत्र 18 फरवरी (मंगलवार) से शुरू होने जा रहा है। सत्र से पहले सोमवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की अध्यक्षता में सर्वदलीय बैठक आयोजित की गई, जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत विभिन्न दलों के नेता उपस्थित रहे। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए सभी दलों का सहयोग सुनिश्चित करना था।
बैठक विधान भवन समिति (कक्ष संख्या -8) में आयोजित की गई। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दलों से अनुरोध किया कि वे जनहित के मुद्दों को सदन में उठाएं और स्वस्थ चर्चा के माध्यम से प्रदेश के विकास में योगदान दें। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की ताकत संवाद और विचार-विमर्श में है, इसलिए सदन में सभी दलों को रचनात्मक भूमिका निभानी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने सभी सदस्यों से अपील करते हुए कहा,”सदन जनता की आवाज को रखने का एक महत्वपूर्ण मंच है। हमें सुनिश्चित करना चाहिए कि इसकी कार्यवाही बाधित न हो और प्रदेशहित में सकारात्मक चर्चा हो।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बैठक में कहा कि सदन के सुचारू संचालन के लिए सभी सदस्यों का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने सभी दलों से अपील की कि वे सदन की गरिमा बनाए रखें और चर्चा में रचनात्मक भागीदारी करें। बैठक में उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना, नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के विधायक बेदी राम, जनसत्ता दल लोकतांत्रिक पार्टी से विनोद सरोज समेत कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
सभी दलों ने अपने विचार व्यक्त किए और इस बात पर सहमति जताई कि बजट सत्र के दौरान प्रदेश के विकास से जुड़े महत्वपूर्ण विषयों पर गंभीरता से चर्चा की जाएगी।