संसद में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान गुरूवार को दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई है। दरअसल, मंगलवार को केन्द्रीय मंत्री अमित शाह द्वारा की गई टिप्पणी को बीआर अंबेडकर का अपमान बताते हुए विपक्षी सदस्यों ने जमकर हंगामा किया। साथ ही विपक्षी दलों ने अमित शाह से उनकी टिप्पणी के लिए माफी की मांग की।
जब सदन पहले के स्थगन के बाद दोपहर 2 बजे फिर से इकट्ठा हुआ, तो संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कांग्रेस पर राज्यसभा में की गई शाह की टिप्पणी के केवल एक हिस्से का उपयोग करके देश को गुमराह करने का आरोप लगाया।
संसद में कांग्रेस ने अमित शाह पर लगाया आरोप
इस पर, विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह की टिप्पणी को दोहराया और कहा कि यह केवल संविधान के निर्माता के प्रति मंत्री का अनादर दिखाता है।
सदन के नेता जेपी नड्डा ने खड़गे की दलील को खारिज कर दिया और आरोप लगाया कि यह कांग्रेस थी जिसने अपने जीवनकाल में अंबेडकर का अपमान किया था, जिसके कारण उन्होंने केंद्रीय मंत्रिमंडल से इस्तीफा दे दिया था।
अमित शाह की इस टिप्पणी की वजह से हो रहा हंगामा
राज्यसभा में अमित शाह ने कहा था कि कांग्रेस नेताओं को स्वर्ग में जगह मिल सकती थी, यदि उन्होंने अंबेडकर का नाम दोहराने के फैशन का पालन करने के बजाय भगवान का नाम जप लिया होता।
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अमित शाह ने यह भी कहा था कि भाजपा इस बात से खुश है कि कांग्रेस अंबेडकर का नाम ले रही है, लेकिन पार्टी को उनके प्रति अपनी वास्तविक भावनाओं के बारे में भी बताना चाहिए।