कर्नाटक के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा की कुर्सी पर मंडरा रहे खतरे के बीच एक नया सियासी ड्रामा देखने को मिला है। दरअसल, अभी तक जहां मुख्यमंत्री येदियुरप्पा को हटाने की कवायद चल रही थी। वहीं अब उनकी कुर्सी को एक नई मजबूती मिल गई है। दरअसल, येदियुरप्पा को अब 65 विधायकों का साथ मिल गया है। इन विधायकों ने एक पत्र पर हस्ताक्षर कर उन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है जिन्होंने येदियुरप्पा के खिलाफ बगावती रुख अपना रखा है।
65 विधायकों ने दिया मुख्यमंत्री येदियुरप्पा का साथ
मिली जानकारी के अनुसार, सीएम येदियुरप्पा का साथ देते हुए 65 विधायकों द्वारा शुरू किये गए इस अभियान की शुरुआत बीजेपी विधायक और सीएम के सचिव रेणुकाचार्य ने की। उन्हें द्वारा तैयार किये गए पत्र पर 65 विधायकों ने हस्ताक्षर कर दिए हैं और दावा किया है कि सीएम येदियुरप्पा अच्छा काम कर रहे हैं। बीजेपी विधायकों का साइन किया ये लेटर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष अरुण सिंह को भेजा जाएगा। बताया जा रहा है कि 10 दिन बाद अरुण सिंह बेंगलुरु दौरे पर आएंगे।
इस बारे में जानकारी देते हुए बीजेपी विधायक रेणुकाचार्य ने कहा कि सीएम के सपोर्ट में साइन किया हुआ लेटर मेरे पास ही है। मैं इसे छिपा नहीं रहा हूं। प्रदेश अध्यक्ष के लिए लेटर कन्नड़ भाषा में है, जबकि पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा और दूसरे राष्ट्रीय पदाधिकारियों के लिए लेटर अंग्रेजी में लिखा गया है।
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दरअसल, पार्टी में सीएम येदियुरप्पा का विरोध तेज हो गया था। ऐसी अटकलें शुरू हो गई थीं कि पार्टी येदियुरप्पा को सीएम पद से हटा सकती है। लेकिन अब येदियुरप्पा खुद बोल चुके हैं कि वो सीएम पद पर बने रहेंगे। उन्होंने रविवार को कहा था कि मैं सीएम पद पर बना रहूंगा। हाई कमांड ने मुझ पर भरोसा जताया है। जिस दिन हाई कमांड मुझसे मेरा इस्तीफा देने को कहेगा, मैं उस दिन उन्हें इस्तीफा सौंप दूंगा। तब तक मैं ही सीएम रहूंगा। मैं इस बात से सहमत नहीं हूं कि राज्य में मेरा कोई विकल्प नहीं है। मैं तभी तक सीएम हूं जब तक पार्टी को मुझ पर भरोसा है।