पश्चिम बंगाल की तीन विधानसभा सीटों पर होने वाले उपचुनाव से पहले बंगाल इकाई के बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने विवादित बयाने दे डाला है। दरअसल, बीजेपी अध्यक्ष ने अपने इस बयान में बंगाल की तुलना तालिबानी से की है। दिलीप घोष के इस बयां के बाद सियासी गलियारों में हलचल देखने को मिल रहा है।
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा- अफगानिस्तान और बंगाल में कोई अंतर नहीं
दरअसल, बीजेपी अध्यक्ष दिलीप घोष ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है। उन्होंने पश्चिम बंगाल की तुलना तालिबान के कब्जे वाले अफगानिस्तान से की है और सत्तारूढ़ पार्टी के नेताओं की तुलना तालिबानी आतंकियों से कर डाली है। शनिवार को चुनावी हिंसा का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा है कि तालिबान बंगाल में है। अफगानिस्तान और बंगाल में कोई अंतर नहीं है।
दिलीप घोष ने अपने बयान में आगे कहा कि चुनाव के बाद बंगाल में जो हुआ है वह वास्तव में तालिबानी मानसिकता का परिचायक है। पूरे देश में ऐसा कहीं नहीं होता कि विपक्ष पर जानलेवा हमला होता रहे और पुलिस खड़ा होकर तमाशा देखती रहे। यह बंगाल में हुआ है और अफगानिस्तान में हो रहा है। दोनों में कोई अंतर नहीं है।
यह भी पढ़ें: एटीएस की कार्रवाई से घबराया आतंकवाद, आतंकी ओसामा के चाचा ने किया सरेंडर
दरअसल दो दिन पहले मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भवानीपुर में हिंदी भाषियों को लेकर एक सम्मेलन किया था। उसमें भाजपा पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा था कि भाजपा नेताओं की मानसिकता तालिबान से मिलती-जुलती है। इसी पर पलटवार करते हुए दिलीप घोष ने शनिवार को कहा कि तृणमूल सुप्रीमो को अहिंसा के संबंध में बोलने का कोई अधिकार नहीं है। उन्हें बंगाल में बदहाली के बारे में ख्याल रखना चाहिए।