कोरोना संकट के चलते जहां एक तरफ हर दिन न जाने कितने घर उजड़ रहे है, वहीं ऐसे में अस्पतालों और प्रशासन की लापरवाही की वजह से न जाने कितने लोगों को इलाज न मिलने की वजह से अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है। लेकिन अब तो ऐसे भी मामलें सामने आ रहे है जहां एक जिंदा इंसान को भी मृत बता दिया जा रहा है। जी हां सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें एक महिला के परिवार के लोगों का यह आरोप है कि राजधानी लखनऊ के राम मनोहर लोहिया संस्थान के डॉक्टरों ने जिस महिला मरीज को मृत घोषित किया है वह जीवित है। यह वीडियो राजेन्द्र गौतम नामक युवक के सोशल मीडिया के फेसबुक से वायरल हुआ है।
बंगला बाजार के सालेह नगर में रहने वाले सुनील कुमार ने बताया कि उनकी 54 वर्षीय मां सुखरानी देवी को तीन दिन पहले लोहिया के इमरजेंसी में भर्ती कराया था। उन्हें सांस में तकलीफ थी। स्ट्रेचर पर ही उन्हें ऑक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया था। शाम करीब साढ़े पांच बजे एक चिकित्सक ने महिला मरीज को मृत घोषित कर दिया। परिजन महिला को लेकर घर लौटे तो देखा सुखरानी की सांसे चल रही हैं। इसके बाद वह पास के क्लीनिक से एक निजी चिकित्सक को बुलाया और चेकअप के बाद पता चला कि वह जीवित हैं।
इसके बाद परिवार के लोगों ने सोशल मीडिया में इस मामले का वीडियो वायरल कर लोहिया संस्थान के डॉक्टरों की लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। सुनील का कहना है कि डॉक्टर ने हमारी जीवित मां को मृत घोषित कर दिया। इसकी शिकायत वह संबंधित अधिकारियों से करेंगे।
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वहीं, लोहिया संस्थान के सीएमएस डॉ। संजय भटनागर का कहना है कि इस तरह की घटना होने की सूचना उन्हें मिली है। मामले की जांच कराई जा रही है।