देश में भले ही लव जिहाद को लेकर लगातार जारी विरोध के बाद भी ऐसे मामले थमने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। इसी क्रम में बुधवार को लव जिहाद का एक और मामला सामने आया है, जहां एक मुस्लिम युवक ने हिन्दू बनकर न सिर्फ हिन्दू युवती से मंदिर में शादी की, बल्कि बच्चे हो जाने के बाद महिला पर धर्म परिवर्तन करने का दबाव भी बनाने लगा। केवल इतना ही नहीं उसने महिला को शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित भी किया।
ताजा मामला छत्तीसगढ़ के रायगढ़ का बताया जा रहा है। पीड़ित महिला ने बताया कि करीब चार साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से उसकी दोस्ती रियाज़ अहमद नाम के युवक से हुई थी, जिसने अपनी आईडी गुलशन मन्हास नाम से बना रखी थी। यह युवक जम्मू के गाँव कांदी का रहने वाला था। धीरे-धीरे उनकी दोस्ती मोहब्बत में तब्दील हो गई और मोबाइल फोन के माध्यम से उनकी बातचीत होने लगी।
वर्ष 2021 में रियाज ने पीड़िता से शादी का प्रस्ताव रखा, जिसपर पीड़िता तैयार हो गई। इसके बाद रियाज ने उसे आंध्र प्रदेश के व्रदापालम शहर बुलाया। व्रदापालम में दोनों ने एक मंदिर में हिन्दू विधि विधान से शादी कर ली। दोनों आंध्र प्रदेश में ही एक किराए के मकान में रहने लगे। जब भी पीड़िता उससे परिवार के बारे में पूछती तो वो टाल-मटोल करने लगता था। थोड़े समय बाद पीड़िता गर्भवती हो गई।
इसके बाद पीड़िता ने 7 दिसंबर 2022 को आंध्र प्रदेश के एक अस्पताल में एक बच्चे को जन्म दिया। इस बच्चे का नाम गुरदीप रखा गया। जब बच्चा 4 माह का हो गया तब पहली बार रियाज़ पीड़िता के साथ अपने गाँव जम्मू गया। जब पीड़िता उसके घर पहुँची तो उसे रियाज की हकीकत का पता चला। रियाज़ का घरेलू माहौल एवं तौर-तरीका हिन्दू जैसा नहीं लगा। वह असमंजस में फँस गई।
जब पीड़िता ने इस बारे में पड़ोसियों से पूछताछ की तो उसे पता चला कि गुलशन असल में रियाज है। इसके बाद रियाज और उसके घरवालों ने पीड़िता पर इस्लाम धर्म अपनाने का दबाव बनाना शुरू कर दिया, लेकिन जब पीड़िता नहीं मानी तो रियाज और उसके घर वालों ने पीड़िता की पिटाई भी की।
पीड़िता ने इस बात की शिकायत सम्बंधित थाने में की लेकिन वहां से भी उसे किसी तरह की मदद नहीं मिली। पुलिस से मदद नहीं मिलने पर पीड़िता ने घर से भागने का फैसला कर लिया और एक दिन मौका देखकर वह घर से भाग निकली। जम्मू से निकलने के बाद वह अपना लोकेशन बदलती रही।
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पीड़िता पहले दिल्ली गई और फिर दिल्ली से राजस्थान चली गई। हालांकि रियाज़ को इसकी जानकारी हो गई और उसने राजस्थान पहुंचकर पीड़िता को जबरन जम्मू लेकर चला गया। अब उसपर पाबंदियां बढ़ा दी गई। हालांकि इस घटना के 5 महीने बाद पीड़िता एक बार फिर रियाज के घर से भाग निकली और इस बार छत्तीसगढ़ चली गई।
यहां एक एनजीओ में पीड़िता ने शरण ली। वह इसी NGO में बच्चों को पढ़ाने का काम करने लगी। बच्चा गुरदीप फिलहाल पीड़िता के ही पास है।
सोमवार को महिला ने राजगढ़ जिले के पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर न्याय की गुहार लगाई। राजगढ़ के एडिशनल एसपी आकाश मरकाम के मुताबिक, पूरे मामले की जाँच कर के कार्रवाई की जाएगी।