उत्तराखंड के जोशीमठ (Joshimath Landslide) में बढ़ रही दरारों को लेकर लोग दहशत में हैं. बारिश और बर्फबारी के बीच जोशीमठ को एक और झटका लगा है. उत्तरकाशी में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं, जिससे लोगों में हड़कंप मच गया. यह भूकंप रात करीब 2.12 बजे आया था. इसका केंद्र उत्तरकाशी (Earthquake In Uttarkashi) में जमीन के 10 किमी अंदर था. भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 2.9 मापी गई है.
जोशीमठ (Joshimath Landslide) से करीब 240 किलोमीटर दूर उत्तरकाशी में भले ही भूकंप के झटके लगे हैं, लेकिन भूकंप की वजह से कहीं दरारें न बढ़ जाए, इसे लेकर लोगों में डर का माहौल है. जोशीमठ के भार को कम करने और लोगों को सुरक्षित दूसरे स्थानों पर शिफ्ट करने के लिए शासन-प्रशासन जुटा है, लेकिन उनका साथ मौसम नहीं दे रहा है. पहले से ही वहां बर्फबारी और बारिश हो रही है, ऐसे समय में भूकंप के झटके (Earthquake In Uttarkashi) से लोगों की समस्याएं और बढ़ सकती हैं.
आपको बता दें कि जोशीमठ धीरे-धीरे जमीन में धंस रहा है, जिससे वहां खतरा और बढ़ता जा रहा है. इस बीच भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) के नेशनल रिमोट सेंसिंग सेंटर ने जोशीमठ को लेकर सैटेलाइट तस्वीरें जारी की हैं. इस तस्वीरों के जरिये पता चला है कि जोशीमठ (Joshimath Landslide) में 27 दिसंबर 2022 से लेकर 8 जनवरी 2023 के बीच 12 दिनों में 5.4 सेमी का तेजी से भू-धंसाव दर्ज किया गया है. पिछले साल अप्रैल और नवंबर के बीच यहां 9 सेमी जमीन धंसाव आंकी गई थी.
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जोशीमठ संकट (Joshimath Landslide) को लेकर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को कैबिनेट की बैठक बुलाई है. इस मीटिंग में जोशीमठ के लिए पैकेज बढ़ाने और राहत-बचान कार्य तेज करने को लेकर फैसला हो सकता है.