झारखंड में जारी सियासी उथल-पुथल के बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के भाई व दुमका से विधायक बसंत सोरेन का विवादित बयान सामने आया है. जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि अभी आप कुछ दिन पहले दिल्ली गए थे. क्या कोई खास वजह थी? इस पर बसंत सोरेन ने कहा कि उनके अंडरगारमेंट्स खत्म हो गए थे. इस वजह से वह अंडरगारमेंट्स खरीदने दिल्ली गए थे. उनके बयान का वीडियो सोशल पर वायरल हो रहा है.
राज्य में जारी सियासी घमासान के बीच यूपीए के तमाम विधायकों को एकजुट रखने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सारे हथकंडे अपना लिए. विधायकों को छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के रिसॉर्ट में शिफ्ट करने से लेकर रांची के सर्किट हाउस में एक साथ रखने के उपाय किए गए. सभी को एक ही बस में सवार कर भारी सुरक्षा के बीच विश्वास मत पेश करने के लिए विधानसभा ले जाया गया था. लेकिन मुख्यमंत्री के भाई का मामला थोड़ा अलग है.
जानकारी के लिए बता दें कि बसंत सोरेन को 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट में पेश होना था. जिस खनन लीज मामले में हेमंत सोरेन फंसे थे, उसी मामले में उनके भाई से भी पूछताछ होनी थी. उन्हें 29 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट आना था. अब जब इसी से जुड़ा सवाल उनसे पत्रकारों ने पूछा तो वह अंडर गारमेंट्स खरीदने दिल्ली जाने वाला बयान दे दिया.
खनन लीज मामले में गरमाई रही सियासत
यहां ये जानना भी जरूरी है कि खनन पट्टे के मामले में चुनाव आयोग ने हेमंत सोरेन के खिलाफ जांच के बाद अपनी रिपोर्ट राज्यपाल को भेज दी थी. इसमें मुख्यमंत्री हेमंत को विधायक पद के लिए अयोग्य ठहराया था. बाद में विधायकों को बचाने की कवायद में रायपुर तक का सफर तय किया गया, कुछ समय के लिए रांची के सर्किट हाउस में भी रखा गया, नतीजा ये रहा कि विश्वास मत के दौरान सभी विधायक मौजूद रहे और एक बड़ी परीक्षा पास कर ली गई. झारखंड विधानसभाकी बात करें तो सबसे बड़ी पार्टी झामुमो के 30, कांग्रेस के 18 और राजद के एक विधायक हैं. मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदन में 26 विधायक हैं.