उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव और एमएलसी चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अपने ही राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मुखर होते नजर आ रहे हैं। विधानसभा सचिव सलमान जावेद राईन के इस्तीफे के बाद अब सुल्तानपुर के पूर्व चेयरमैन कासिम राईन ने भी पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है।
कासिम राईन ने अपने इस्तीफा देने के पीछे बताया कि मुस्लिमों पर हो रहे है अत्याचार के खिलाफ समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों द्वारा कोई अवाज नहीं उठाई जा रही है। पूर्व चेयरमैन कासिन राईन इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष नन्हे राम निषाद को भेजे अपने इस्तीफे में सपा अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाए है।
कासिम राईन ने लिखा कि, ‘प्रदेशमें हो रहे मुस्लिम समुदाय के लोगों पर अत्याचार के खिलाफ प्रदेश से लेकर जिले तक सत्ता का मलाई खाने वाले समाजवादी पार्टी के पदाधिकारियों, नेताओं का आवाज न उठाना, आजम खान का परिवार सहित जेल में डाल दिया जाना। नाहिद हसन को जेल भेज दिया जाना, साजिल इस्लाम का पेट्रोल पंप गिर दिया जाना।’
जैसे मुद्दों पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव व पार्टी के अन्य पदाधिकारियों द्वारा आवाज न उठाना। इनसभी मुद्दों पर समाजवादी पार्टी का उदासीन होना यह दर्शाता है कि पार्टी को मुस्लिम समुदाय पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठाने में कोई रूचि नहीं है। सपा की इन्हीं नीतियों से खिन्न होकर प्रार्थी अपने सभी पदों से इस्तीफा दे रहा है।